कासगंज: बिना किताबों की लाइब्रेरी बना दीनदयाल उपाध्याय पुस्तकालय
जरूरी पुस्तकों के अभाव और बिना कम्यूटर के ही चल रहा है पुस्तकालय
गंजडुंडवारा, अमृत विचार। जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर नगर पालिका द्वारा निर्मित पुस्तकालय उपेक्षा का शिकार होकर उनके नाम को मुंह चिढ़ा रहा है। पूर्व चैयरमैन संजीव महाजन के कार्यकाल में जब इस पुस्तकालय भवन का लोकार्पण हुआ, तो पुस्तक पढ़ने के शौकीन और विधार्थियो को लगा कि अब उन्हें पढ़ने के लिए ज्ञानवर्धक पुस्तकें उपलब्ध हो सकेंगी। ऐसा हुआ भी, लेकिन नगर पालिका चुनाव हुए और नये प्रतिनिधि का चुनाव हो गया। जिसके बाद धीरे-धीरे पुस्तकालय जनप्रतिनिधि व पालिका प्रशासन की उपेक्षा का शिकार होता जा रहा है। हाल यह है कि पुस्तकालय तो है, लेकिन जरूरी पुस्तके कम्प्यूटर नहीं है।
जरूरी पुस्तके नदारद, कम्प्यूटर भी खराब
पुस्तकालय में स्थिति ये है कि पुस्तके रखने को लगी रेक के ज्यादातर खाने खाली हैं। जो पुस्तके हैं वह कम्पटिशन के इस दौर मे नाकाफी हैं। मौजूद छात्र एवं छात्राओं ने बताया कि पुस्तकालय मे एसएससी, यूपीएससी, एनडीए, एयरफोर्स, आईटीबीपी व अन्य कम्पटीशन में आवश्यक पुस्तकों का जबरदस्त आभाव है। पहले दो कम्प्यूटर थे लेकिन अब एक है, वह भी खराब है। कई बार अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार को सम्बंधित लगभग 48 पुस्तकों की सूची देकर अभाव के बारे मे सूचित किया गया, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात है। जनरल नालेज बढ़ाने को अंग्रेजी के तीन अखबार तो आते हैं लेकिन हिन्दी का केवल एक अखबार राष्ट्रीय सहारा आता है। वहीं अधिक जानकारी पर पता चला कि कुछ माह पूर्व कासगंज में लगे पुस्तक मेले से लगभग 45000 हजार की पुस्तके आई थीं। जिनमें से अधिकतर अनुपयोगी हैं।
पडित दीनदयाल की प्रतिमा को न धूप न फूल
पंडित दीनदयाल का मानना था कि शिक्षा हर व्यक्ति का जन्मसिद्ध अधिकार है और इसकी व्यवस्था समाज को करनी चाहिए। इन्ही विचारों की सार्थकता को नगर पालिका द्वारा उनके नाम पर पुस्तकालय तो बना डाला लेकिन व्यवस्था दुरुस्त तक न कर सका। और तो और पुस्तकालय के मुख्य द्वारा के सामने स्थित महापुरुष दीनदयाल की प्रतिमा एवं मां सरस्वती के चित्र को प्रतिदिन धूप व फूल अर्पित करने की जहमत उठाने की कोशिश भी नही की। यह दशा नगर पालिका प्रशासन की अर्कमण्ड्यता एवं महापुरुष का अपमान प्रदर्शित कर रही है।
शिकायत पर धमकाने का आरोप
पुस्तकालय में मौजूद एक छात्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एक बार उसके द्वारा आईजीआरएस के माध्यम से पुस्तकालय मे केवल सीसीटीवी न होने की शिकायत कर दी गई।जिस पर पालिका कर्मचारी कुछ दबंगो को लेकर उसे धमकाने पहुंच गए और कहां कि अगर पुनः शिकायत की तो पुस्तकालय में घुसने नहीं दिया जाएगा। लेकिन अब सीसीटीवी लगवा दिए गए है।
जानिए क्या बोले नगर पालिका ईओ
नगर पालिका परिषद,गंजडुंडवारा के ईओ सुनील कुमार ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा जरूरी पुस्तको की मांग के सम्बंध मे आज पुनः सूची दी गई है। किताबो को जल्द मंगाया जाएगा। व्यवस्थाए दुरुस्त कर दी जाएगी।
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