प्रयागराज: जूना अखाड़ा के साथ किन्नर अखाड़ा 3 नवंबर को महाकुंभ के लिए करेगा नगर प्रवेश
आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का आगमन दो को
प्रयागराज, अमृत विचार: किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज दो नवंबर यानि शनिवार को प्रयागराज आ रहे हैं। वह तीन नवंबर को जूना अखाड़ा के नगर प्रवेश के दौरान शामिल होंगे। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि तीन नवंबर रविवार को नगर प्रवेश के दौरान बड़ी संख्या में किन्नर अखाड़ा के जगद्गुरु, महामंडलेश्वर, मण्डलेश्वर, पीठाधीश्वर, महंत, श्रीमहंत सहित अन्य पदाधिकारी शामिल होंगे। यह सभी पदाधिकारी बड़ी संख्या में अपने शिष्यों सहित एक नवंबर यानि शुक्रवार से प्रयागराज पहुंचना शुरू हो जाएंगे जो तीन नवंबर यानि रविवार को जूना अखाड़ा के नगर प्रवेश में साथ-साथ शामिल होंगे।
किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि तीर्थराज प्रयागराज के महाकुंभ की तैयारियों पर विशेष जोर रहेगा। उन्होंने बताया कि इस बार किन्नर अखाड़ा के देश और विदेश से बड़ी संख्या में शिष्यगण परिवार सहित और बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ के दौरान परिवार सहित कल्पवास के लिए तीर्थराज प्रयागराज आ रहे हैं। जो माहभर संगम की रेती पर रहकर कल्पवास करेंगे। उन्होंने बताया कि शिविर में होने वाले कार्यक्रम कथा, हवन-यज्ञ, सांस्कृतिक कार्यक्रम, धार्मिक संगोष्ठी, महामंडलेश्वर सहित अन्य पदाधिकारियों के पट्टाभिषेक कार्यक्रम होगा।
उन्होंने बताया कि माहभर शिविर में अन्नक्षेत्र 24 घण्टे चलता रहेगा। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि महाकुंभ के दौरान ब्रिटेन, फ्रांस, अमेरिका, जर्मनी, रूस, जापान, कनाडा, इटली, भूटान, नेपाल सहित अन्य देशों से श्रद्धालु परिवार सहित आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार के नेतृत्व में महाकुंभ की व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही है। सरकार और महाकुम्भ के अफसर कल्पवासियों, श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए तैयारियों में व्यापक स्तर पर लगे हुए हैं। ऐसे में हम सभी लोगों का कर्तव्य बनता है कि हम लोग भी स्वच्छता अभियान, प्लास्टिक का प्रयोग न करें और मेला के दौरान दोना, पत्तल और कुल्हड़ के प्रयोग पर जोर दें जिससे कि स्वच्छता बनी रहे।
आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने कहा कि इस बार महाकुंभ में शिविर में प्लास्टिक के दोना, पत्तल और कुल्हड़ का प्रयोग नहीं होगा बल्कि पत्तल, दोना और मिट्टी के कुल्हड़ का प्रयोग किया जाएगा जिससे कि मेला क्षेत्र में प्रदूषण न फैलने पाए।
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