नए कोचिंग स्टाफ की शैली द्रविड़ की तुलना में अलग, लेकिन यह कोई समस्या नहीं...चेन्नई टेस्ट से पहले बोले रोहित शर्मा
चेन्नई। भारत और बांग्लादेश के बीच पहला टेस्ट मैच चेन्नई के एमए चिदम्बरम स्टेडियम में 19 सितंबर से शुरू हो रहा है। दो टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मंगलवार को कहा कि मुख्य कोच गौतम गंभीर की शैली उनके पूर्ववर्ती राहुल द्रविड़ से अलग है। लेकिन, नये कोच के साथ उनका तालमेल अच्छा है। विश्व कप विजेता पूर्व सलामी बल्लेबाज गंभीर ने जुलाई में श्रीलंका के सीमित ओवर के दौरों से भारतीय टीम की कमान संभाली थी। बांग्लादेश के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रही दो मैचों श्रृंखला में वह पहली बार टेस्ट टीम का मार्गदर्शन करेंगे। गंभीर की देखरेख में भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में सूपड़ा साफ किया था, जबकि एकदिवसीय श्रृंखला में टीम को 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था।
रोहित ने बांग्लादेश के खिलाफ मैच पूर्व संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जाहिर तौर पर राहुल भाई, विक्रम राठौड़ और पारस महाम्ब्रे एक अलग टीम थे। हमें पता है कि नया सहयोगी स्टाफ अलग दृष्टिकोण लाएगा। उन्होंने कहा, श्रीलंका में हमने (नए स्टाफ के साथ) जो मैच खेले, वे चीजों को समझते हैं और उन्हें तालमेल बैठाने में कोई परेशानी नहीं है। वह टीम के माहौल में ढलने लगे हैं। द्रविड़ का कार्यकाल टी20 विश्व कप के बाद खत्म हुआ था। भारतीय टीम अमेरिका और वेस्टइंडीज में खेले गये इस विश्व कप की चैम्पियन बनीं थी। द्रविड़ अब आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स का मार्गदर्शन करेंगे।
बल्लेबाजी कोच राठौड़ और गेंदबाजी को महाम्ब्रे की जगह क्रमश: अभिषेक नायर (सहायक कोच) और दक्षिण अफ्रीका के मोर्ने मोर्कल ने ले ली है। नीदरलैंड के पूर्व हरफमौला रियान टेन डोएशे भी टीम के साथ सहायक कोच के तौर पर जुड़े हैं। रोहित भारतीय टीम में गंभीर के साथ खेल चुके हैं। वह और नायर घरेलू क्रिकेट में लंबे समय तक मुंबई के लिए एक साथ खेले हैं। रोहित ने कहा, ‘‘यह निश्चित रूप से एक नया (सहायक) स्टाफ है, लेकिन मैं गौतम गंभीर और अभिषेक नायर को काफी लंबे समय से जानता हूं। हर किसी की काम करने की अपनी शैली होती है और हम पहले से इस बात को समझते हैं।
रोहित ने कहा, ‘‘मैंने अपने करियर के 17 वर्षों में विभिन्न कोच के साथ काम किया है, और यह समझना महत्वपूर्ण है कि उन सभी का (क्रिकेट के बारे में) एक अनूठा दृष्टिकोण है, और यह जरूरी है कि आप उनके साथ तालमेल बिठाएं। रोहित ने हालांकि अतीत में मोर्कल या डोएशे के साथ कभी काम नहीं किया है लेकिन वह इन पूर्व खिलाड़ियों से तालमेल बिठाने के बारे में जानते हैं।
भारतीय कप्तान ने कहा,‘मैंने मोर्ने मोर्कल और रियान टेन डोएशे के खिलाफ भी मैच खेले हैं। मोर्कल के साथ हमारे कुछ करीबी मुकाबले रहे हैं, लेकिन रयान खिलाफ या साथ ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल टीम के नये सहयोगी सदस्यों के साथ ऐसी कोई समस्या या मसले नहीं है। हमारे बीच एक-दूसरे के प्रति बहुत अच्छी समझ है।’’ उन्होंने नए मुख्य कोच और उनकी टीम के साथ अपनी तालमेल के बारे में कहा, ‘‘अच्छी समझ महत्वपूर्ण है और मेरे पास वह है।
रोहित ने मैच पूर्व संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जाहिर तौर पर राहुल भाई, विक्रम राठौड़ और पारस म्हाम्ब्रे एक अलग टीम थे। हमें पता है कि नया सहयोगी स्टाफ अलग दृष्टिकोण लाएगा। उन्होंने नए मुख्य कोच के साथ अपने तालमेल के बारे में कहा, ‘‘नए कोचिंग सदस्यों की शैली अलग है लेकिन इससे कोई समस्या नहीं है। आपसी समझ महत्वपूर्ण है और गंभीर के साथ मेरी समझ ऐसी है।’’ गंभीर ने जुलाई में टीम की कमान संभाली थी और टीम उनके कार्यकाल में अपना पहला टेस्ट खेलेगी।
केएल राहुल का रोहित ने किया सपोर्ट
प्रेस कांफ्रेंस में रोहित शर्मा ने कहा कि केएल राहुल अनुभवी खिलाड़ी हैं और लंबे समय से खेल रहे हैं। राहुल ने कई महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं। वे अच्छी लय में हैं और आखिरी दो टेस्ट मैचों में उन्होंने टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया था। सवाल की पिछली सीरीज शानदार रही और जुरेल और सरफराज ने भी इंगलैंड के खिलाफ सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था। अपने पिछले तीन टेस्ट मैचों में राहुल ने साउथ अफ्रीका में शतक बनाया, जो हाल के समय में सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारियों में से एक है और चोट से पहले हैदराबाद में खेले गए आखिरी टेस्ट में 86 रन बनाए थे। दूसरी ओर सरफराज खान को इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में मौका मिला था. जहां उन्होंने 3 मुकाबलों की 5 पारियों में 200 रन 50 के एवरेज से बनाए थे।
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