DINKs कपल का बढ़ रहा ट्रेंड, बच्चे नहीं खुद के शौक हैं जरूरी

लखनऊ, अमृत विचारः लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप से लेकर बेंचिंग रिलेशनशिप का नाम तो सुना ही होगा, लेकिन आजकल लोगों में एक और तरह का रिलेशनशिप काफी ट्रेंड हो रहा है। जिसे DINKs कपल्स कहते हैं। सोशल मीडिया पर इन दिनों ये DINKs कपल का ट्रेंड काफी तेजी से पॉपुलर हो रहा है। DINKs कपल्स शब्द का इस्तमाल पहली बार 1980 के दशक से किया गया था, लेकिन पिछले कुछ समय में ये कपल्स काफी तेजी से लोगों में बढ़ रहे हैं। कपल्स इस ट्रेंड को अपना रहे हैं।
डिंक्स कपल का बढ़ रहा ट्रेंड
भारत सहित दुनिया भर में कई कपल ऐसे हैं जो इस ट्रेंड को फॉलो कर रहे हैं। रिसर्च गेट की एक स्टडी के मुताबिक भारत में डिंक्स कपल्स की संख्या में काफी तेजी से बढ़ी है। साल 2021 की रिसर्च के अनुसार लगभग 65% नवविवाहित कपल बच्चे नहीं चाहते थे। हाल में गिटनक्स मार्केट डेटा 2024 की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसके अनुसार भारत में हर साल डिंक्स कपल्स की संख्या में 30 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ रही है। क्या आप जानते हैं डिंक्स कपल क्या है और क्यों ये इनता बढ़ रहा है।
डिंक्स कपल का मतलब
डिंक्स कपल मतलब डबल इनकम, नो किड्स है। डिंक्स कपल की लिस्ट में ऐसे कपल्स शामिल होते हैं, जिसमें दोनों लड़का-लड़की नौकरी करते हैं पैसा कमाते हैं, लेकिन उनका कोई बच्चा नहीं होता है। इसकी पीछे की सबसे बड़ी वजह है कि लोगों का सेल्फ गोल्स और करियर। इसकी वजह से अधिकतर अपने करियर को महत्व ज्यादा दे रहे हैं। जिससे वे स्टेबल हो जाए।
बच्चों की जिम्मेदारियों से रहना चाहते दूर
कपल्स पहले अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। उसके बाद फैमली प्लानिंग पर फोकस करना चाहते हैं। आज के टाइम पर कपल्स अपने हर शौक को पूरा करना चाहते हैं फिर चागे वो ट्रेवलिंग हो, लग्जरी लाइफ या कुछ भी पहले वे अपनी डिमांड को पूरा करना चाहते हैं। यही नहीं कुछ डिंक्स कपल बच्चों की जिम्मेदारियों के बिना ही अपनी जिंदगी को जीना पसंद करते हैं।
फाइनेंसियल फ्रीडम से है मतलब
इस तरह के कपल्स के लिए बच्चों का पालन करना महंगा और चुनौतियों भरा हो गया है। डिंक कपल्स के लिए बच्चे, समाज और परिवार आदि की कोई परवाह नहीं होती है, उन्हें सिर्फ अपनी फाइनेंसियल फ्रीडम से मतलब होता है, इसी लिए वे बच्चों के बिना अपनी लाइफ को जीना ज्यादा पसंद करते है।
डिंक्स कपल का प्रभाव
DINKs कपल यह रिलेशन सुनने में तो काफी कूल और अच्छा लगता है, लेकिन ये रिलेशन आगे चलकर काफी चुनौतियों से भरा हो जाता है। डिंक्स कपल्स के बीच जब भी कोई लड़ाई झगड़े हो जाता है तो उनके पास कोई कोई ऐसा नहीं होता जो उनकी बात सुने और वे अकेले हो जाते हैं। कपल्स के बीच इस अकेलेपन को पूरा करने में बच्चे बहुत बड़ा योगदान देते हैं। वे दो लोगों के बीच का मेडिएटर होता है।
बच्चों की संख्या पर असर
अगर दुनियाभर में ज्यादा से ज्यादा लोग इस ट्रेंड को फॉलो करेंगे, तो इससे बच्चों की संख्या कम हो सकती हैं। शुरुआती समय में तो DINKs कपल्स अपनी जिंदगी को बड़े ही आराम से जी लेते हैं, लेकिन बाद में ऐसे कपल्स को पछतावा हो सकता है। क्योंकि बुढ़ापे यही बच्चे माता-पिता का सहारा होते हैं।