Kanpur: चकेरी रेलवे क्रासिंग पर फोरलेन ओवरब्रिज मंजूर; औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ेगा निवेश, तेजी से होगा इकाईयों का विस्तार
कानपुर, अमृत विचार। चकेरी रेलवे क्रासिंग पर फोरलेन ओवरब्रिज को रेलवे बजट में मंजूरी मिल गई है। रेलवे ने इसे अपनी पिंक बुक में शामिल किया है। ऐसे में अब यह प्रोजेक्ट जल्द ही धरातल पर उतोगा। इस ओवरब्रिज के बनने से न सिर्फ चकेरी औद्योगिक क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा बल्कि साढ़ स्थित डिफेंस कॉरिडोर तक आवागमन आसान हो जाएगा। इस मार्ग से साढ़ होते हुए जहानाबाद जाने में आसानी होगी।
कानपुर- प्रयागराज रेल मार्ग पर स्थित इस क्रासिंग से हर दिन 250 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं, इस वजह से क्रासिंग बार-बार बंद होती है और जाम लगता है। कानपुर- प्रयागराज हाईवे पर चकेरी से छतमरा तक फोरलेन ग्रीन फील्ड मार्ग बनाकर इस पुल से जोड़ा जाएगा, ताकि आवागमन आसान हो सके। इस पुल का निर्माण 135 करोड़ रुपये से होगा।
चकेरी क्रासिंग से लगे क्षेत्र चकेरी, पॉली, छतमरा और ग्रामीण क्षेत्र की ढाई लाख आबादी का यहां से प्रतिदिन आवागमन होता है। इसके अलावा चकेरी औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित औद्योगिक इकाइयों से माल शहर लाने और वहां कच्चा माल ले जाने वाले वाहन आते हैं। रेलवे क्रासिंग के कारण इस औद्योगिक क्षेत्र में तमाम प्लाट खाली पड़े हैं। क्रासिंग पर लगने वाले जाम की वजह से वहां निवेश करने से उद्यमी हिचकते हैं। यही वजह है कि उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने भी कई बार इस संबंध में शासन को पत्र लिखा।
क्षेत्र के विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने भी शासन में पैरवी की। परिणाम स्वरूप अब प्रोजेक्ट मंजूर हो गया है। इससे न सिर्फ चकेरी औद्योगिक क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा बल्कि क्षेत्र का विस्तार भी हो सकेगा। केडीए की आवासीय परियोजनाओं को भी लाभ होगा। इस पुल के बनने से डिफेंस कारिडोर, साढ़, मझावन, टोंस, चकेरी औद्योगिक क्षेत्र, अलखनंदा आवासीय क्षेत्र, हाईवे सिटी, छतमरा, नर्वल, सजारी, दीपपुर, उचरी, चकेरी गांव, कुरियां, पियर गांव के लोगों को लाभ मिलेगा।
चकेरी-पाली मार्ग निर्माण के लिए 20 बीघा भूमि अधिग्रहीत करने के लिए राजस्व विभाग ने 35 किसानों को चयनित किया है। दो किमी लंबा यह मार्ग 18 करोड़ से बनाया जाना है। 100 करोड़ रुपये इस मार्ग के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण पर खर्च होंगे। सेतु निगम ने इस क्रासिंग पर 750 मीटर लंबे फोरलेन आरओबी के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया था, इसकी अनुमानित लागत 135 करोड़ रुपये है।