मुरादाबाद : आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के डाटा में अंतर, कर्मियों के मानदेय भुगतान में होगी दिक्कत

कर्मियों के मानदेय को जिला स्वास्थ्य समिति को दिए 9.21 करोड़ रुपये, संचालित हैं 309 आरोग्य मंदिर, निदेशालय से मिली है 303 की धनराशि

मुरादाबाद : आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के डाटा में अंतर, कर्मियों के मानदेय भुगतान में होगी दिक्कत

मुरादाबाद, अमृत विचार। जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिर की संख्या में काफी अंतर है। इसका असर कर्मचारियों के मानदेय भुगतान पर पड़ सकता है। मिशन निदेशक ने जितने भी आयुष्मान आरोग्य मंदिर के कर्मचारियों के मानदेय के लिए धनराशि जिला स्वास्थ्य समिति को उपलब्ध कराई है, उससे कहीं अधिक जिले में आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हैं।

निदेशक ने 303 आरोग्य मंदिरों में तैनात कर्मचारियों का मानदेय उपलब्ध कराया है, जबकि जिले में संचालित आरोग्य मंदिरों की संख्या जिला कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) चंद्रशेखर 309 बता रहे हैं। इसमें 255 आरोग्य मंदिर स्वास्थ्य उप केंद्र पर, 26 पीएचसी पर और 26 अर्बन पीएचसी पर संचालित हो रहे हैं। डाटा में अंतर होने से सभी 309 आरोग्य मंदिरों में तैनात कर्मचारियों को मानदेय देने में जिला स्वास्थ्य समिति को दिक्कत आएगी। लेकिन, डीसीपीएम का कहना है कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर के कर्मचारियों को पूरे महीने का मानदेय नहीं दिया जाता है, बल्कि जितने दिन वह काम करेंगे उसी दर से उन्हें मानदेय भुगतान होता है।

वहीं दूसरी तरफ आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर तैनात कर्मचारियों के मानदेय के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक ने कुल 9.21 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उप केंद्र स्तर पर कुल 303 आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हैं। इन आरोग्य मंदिर के लिए कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर, एमबीबीएस मेडिकल ऑफिसर, लैब टेक्नीशियन और स्टाफ नर्स हैं।

जिले में स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर 272 और पीएचसी स्तर पर 31 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की व्यवस्था है। जहां केवल 3 एमबीबीएस मेडिकल ऑफिसर, 255 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर, 20 लैब टेक्नीशियन, 24 स्टाफ नर्स तैनात हैं। इन सभी के मानदेय के लिए 9,21,59,348 रुपये आवंटित कर दिए गए हैं। इसमें लैब टेक्नीशियन के मानदेय के लिए 42,84,450 रुपये रुपये, स्टॉफ नर्स के लिए 68,73,402 रुपये, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के लिए 7,74,01,496 रुपये और एमबीबीएस मेडिकल ऑफिसर के लिए 36 लाख रुपये आवंटित हुए हैं। इस मामले में स्वास्थ्य मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष और सीएमओ को 11 जुलाई को निर्देश भी जारी किए हैं।

आरोग्य मंदिरों में मिलती हैं ये सुविधाएं
डीसीपीएम चंद्रशेखर ने बताया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर गर्भावस्था एवं शिशु जन्म देखभाल, नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल, बाल स्वास्थ्य एवं किशोरावस्था स्वास्थ्य देखभाल, परिवार नियोजन, गर्भ निरोधक सेवाएं एवं अन्य प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल, संचारी रोगों का प्रबंधन, गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग और ओपीडी आदि सेवाएं दी जा रही हैं। दरअसल, जन समुदाय को गुणवत्ता पर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में व्यवस्थित किया जा रहा है। उन्हाेंने बताया कि इनके संचालन के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संविदा पर स्टाॅफ रखा गया है। इसमें स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन और उपकेंद्र स्तरीय आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर नियुक्त किए गए हैं।

38 अर्बन हेल्थ सेंटरों पर भी संचालित होंगे आरोग्य मंदिर
डीसीपीएम ने बताया कि 38 अर्बन हेल्थ सेंटरों पर भी आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित करने का लक्ष्य मिला है। लेकिन, इस पर तैनात होने वाले स्टॉफ के लिए मानदेय आवंटित होना बाकी है। जब यह भी आरोग्य मंदिर संचालित होने लगेंगे तो जिले में कुल आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की संख्या 347 हो जाएगी।

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