Kanpur: मुख्यमंत्री के आदेश किनारे; अवैध स्टैंडों में दबंग खुल कर कर रहे वसूली, ई-रिक्शा, टेंपो व ऑटो की अराजकता चरम पर

Kanpur: मुख्यमंत्री के आदेश किनारे; अवैध स्टैंडों में दबंग खुल कर कर रहे वसूली, ई-रिक्शा, टेंपो व ऑटो की अराजकता चरम पर

कानपुर, अमृत विचार। शहर ई-रिक्शा, टेंपो और ऑटो चालकों की भीषण अराजकता से लोग लाखों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। धड़ल्ले से जारी अवैध स्टैंडों से दबंग वसूली कर नगर निगम को लाखों रुपये के राजस्व का हानि पहुंचा रहे हैं। वहीं सड़क पर आए दिन इनके कारण घटनाएं बढ़ रहीं है, इसके बावजूद थाना पुलिस मौन रहती है। यह हाल तब है, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों और महानगरों से अवैध टेंपो स्टैंड खत्म करने के कड़े निर्देश दिए थे। 

नगर निगम और पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठे हुए हैं। बारादेवी चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा, कल्याणपुर क्रासिंग, अफीमकोठी, झूलेलाल चौक, दबौली, गुजैनी, रावतपुर स्टेशन, बिठूर रोड तिराहा, नौबस्ता चौराहा, गुटैया क्रासिंग, नरोना चौराहा, टाटमिल, छपेड़ा पुलिया, फजलगंज, विजय नगर, सीटीआई, चावला मार्केट, नमक फैक्ट्री, टीपी नगर, किदवई नगर चौराहा, जरीब चौकी, चकेरी, रामादेवी, रेलवे स्टेशन गेट पर अवैध स्टैंड हैं। 

सुतरखाना में बस स्टॉप पर कब्जा कर बना स्टैंड, माल रोड पर रोज खड़े होने वाले टेंपो, घंटाघर चौराहा, पटेल चौक, देवकी चौराहा, समेत अन्य जगहों पर अवैध स्टैंडों की भरमार है। सड़क पर ही स्टैंड और पार्किंग स्थल बना लिए गए हैं। कई जगह तो टेंपो ऑटो चालकों ने जीटी रोड पर ही पार्किंग और स्टैंड बना दिया है। 

अगर आप गोल चौराहे से कल्याणपुर की ओर जा रहे हैं या कल्याणपुर की ओर से लौट रहे हैं तो गुटैया क्रासिंग से रावतपुर चौराहे के बीच सड़क पर बेतरतीब खड़े आटो-टेंपो चालकों की भीड़ से आपको संघर्ष करके गुजरना होगा।रही कही कसर सड़क पर दोनों ओर ठेलिया दुकानदार पूरी कर देते हैं। ऐसे में यहां दिनभर जाम से जूझना पड़ता है। ट्रैफिक पुलिस सिर्फ दो पहिया वाहनों के चालान काटकर कोटा पूरा करती है।

पुराने दावे साबित हो रहे खोखले

मुख्यमंत्री के आदेश के ठीक बाद पुलिस ने कुछ दिनों तक अवैध स्टैंड और बसों के खिलाफ अभियान चलाया और अतिक्रमण हटवाया। पुलिस और नगर-निगम ने संयुक्त रूप से एक सचल दस्ते का गठन भी किया जो अतिक्रमण के खिलाफ काम करता था। दोबारा अतिक्रमण की स्थिति में चौकी प्रभारी पर कार्रवाई तय होने के दावे किए गए थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। मेट्रो स्टेशनों के नीचे टेंपो और ऑटो ने आरामगाह बना लिया है। यह नजारा आईआईटी से लेकर गोल चौराहे तक देखा जा सकता है।

हो चुकी है हत्या, छेड़छाड़ आम

नौबस्ता में अवैध स्टैंड के विवाद में संचालक हरिकरन सिंह की कनपटी में गोली मारकर हत्या की जा चुकी है। टेंपो चालक इतने बेखौफ हो चुके हैं कि वह थानों, चौकियों के बाहर ही अवैध स्टैंड संचालित कराकर दिन भर धमाचौकड़ी करते रहते हैं। इन स्टैंडों के पास छेड़छाड़ की घटनाएं होना आम बात हैं। 

20 से 50 रुपये दिया जाता है टोकन

सवारियां भरने के लिए वाहन चालकों को रोज 20 से 50 रुपये टोकन देने पड़ते हैं। इसके लिए चार पांच गुर्गे हर समय स्टैंड पर मौजूद रहते हैं। अलग-अलग रूट पर यह खेल चलता रहता है। कोई भी टोकन लगाने से इंकार करता है तो उसकी गाड़ी को सबसे पीछेलगा दिया जाता है। शराब पीने से लेकर नानवेज पार्टी भी स्टैंड पर धड़ल्ले से की जाती है, इसके बाद देर रात तक नशेबाजी भी होती है। 

अवैध टेंपो स्टैंडों को लेकर नगर निगम से पत्राचार किया जा रहा है। जल्द ही अभियान चलाकर टेंपों की अराजकता पर कार्रवाई की जाएगी। -सृष्टि सिंह, एसीपी ट्रैफिक

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