हल्द्वानी: चिकित्सकों की कमी से पीजी की सीटों पर संकट

हल्द्वानी: चिकित्सकों की कमी से पीजी की सीटों पर संकट

हल्द्वानी, अमृत विचार। राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में चिकित्सकों की कमी के कारण पीजी की सीटें बढ़ाने का मामला खटाई में जाता नजर आ रहा है। बीते दिन कॉलेज प्रशासन ने चिकित्सकों के साक्षात्कार लिये थे। जिसमें करीब 82 खाली पदों के सापेक्ष मात्र 10 चिकित्सक ही साक्षात्कार देने पहुंचे थे।

मेडिकल कॉलेज में करीब 33 प्रतिशत चिकित्सकों की कमी है। इस कारण पीजी की सीटें लगातार कम हो रही हैं। वहीं कुछ विभाग बंद हो गए हैं। चिकित्सकों की कमी पर नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) पिछले मई माह में मेडिकल कॉलेज पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगा चुकी है।

इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने नए चिकित्सकों की भर्ती की योजना बनाई थी। 23 विभागों में 82 पदों पर चिकित्सकों की भर्ती के लिए साक्षात्कार आयोजित किए, जिसमें 10 चिकित्सक ही साक्षात्कार देने पहुंचे। खाली पदों में प्रोफेसर के आठ, एसोसिएट प्रोफेसर के 30 व असिस्टेंट प्रोफेसर के 47 पद हैं। अब पीजी की सीटों पर फिर से संकट मंडरा रहा है। कॉलेज प्रशासन को चिकित्सकों के खाली पदों को जल्द से जल्द भरना होगा।

मेडिकल कॉलेज के अधीन डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल कुमाऊं का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है। जिसमें रोजारा डेढ़ हजार से अधिक मरीज इलाज कराने आते हैं। चिकित्सकों की कमी के कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है। इधर, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी का कहना है कि कॉलेज में चिकित्सकों की भर्ती के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। 

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