रुद्रपुर: गुंडा एक्ट के नोटिस आने पर भड़का संयुक्त श्रमिक मोर्चा

रुद्रपुर: गुंडा एक्ट के नोटिस आने पर भड़का संयुक्त श्रमिक मोर्चा

रुद्रपुर, अमृत विचार। पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर पांच श्रमिक नेताओं को गुंडा एक्ट का नोटिस भेजने का प्रकरण गर्माता ही जा रहा है। इसको लेकर श्रमिक संयुक्त मोर्चा ने डीएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया। वहीं डीएम को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौपा। उन्होंने आगाह किया कि यदि जल्द ही नोटिस रद्द नहीं किया, तो महापंचायत के बाद उग्र आंदोलन किया जाएगा।

मंगलवार को बड़ी संख्या में श्रमिक संयुक्त मोर्चा से जुड़े कई श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि डीएम कार्यालय पर इकठ्ठा हुए और पुलिस प्रशासन व कंपनी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना था कि सिडकुल कंपनी प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ जब श्रमिकों ने लोकतांत्रिक तरीके से अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई तो शिकायती पत्र को दरकिनार कर दिया गया। आरोप था कि जिले के एसएसपी भी उद्योगपतियों को संरक्षण दे रहे हैं। यही कारण है कि मनगढ़ंत कहानी बनाकर थाना पंतनगर पुलिस ने गुंडा एक्ट की फाइल जिलाधिकारी को प्रेषित की और डीएम द्वारा गुंडा एक्ट के तहत बयान दर्ज करवाने की पेशी शुरू कर दी।

उनका कहना था कि औद्योगिक संस्थान में श्रमिकों का उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। इसका कारण यह है कि कंपनी संचालकों पर पुलिस और प्रशासन का हाथ है। इसके खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। उन्होंने एडीएम पंकज उपाध्याय को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि यदि जल्द ही गुंडा एक्ट का नोटिस रद्द कर पांच श्रमिक नेताओं को क्लीन चिट नहीं दी, तो सात जुलाई को महापंचायत के बाद उग्र आंदोलन किया जाएगा।

इस मौके पर मुकुल, हरेंद्र सिंह, बसंत गोस्वामी, पान मोहम्मद, प्रकाश सिंह मेहरा, सौरभ कुमार, जगमोहन सिंह, सुरेंद्र सिंह, ललित मटियाली, संदीप हुड्डा, शिवदेव सिंह, ललित कुमार, जगदीश नाथ गोस्वामी, फिरोज खान, राजेश कुमार शर्मा, सुरेश चंद्र, रमेश बाबू आदि मौजूद रहे।