प्रयागराज: जेसीबी और ट्रैक्टर से कराया जा रहा कार्य, गरीबों का छीन रहे निवाला

प्रयागराज: जेसीबी और ट्रैक्टर से कराया जा रहा कार्य, गरीबों का छीन रहे निवाला

कोरांव/नैनी, अमृत विचार। भारतीय सरकार की योजना मनरेगा जो वर्तमान समय में अधिकारियों व कर्मचारियों मिली भगत से दम तोड़ने के कगार पर आकर खड़ी हो गई है। ऐसा नहीं कि इनका मास्टर रोल नहीं भरा जाता बल्कि उसके बदले में काम न करने की शर्त पर ग्राम प्रधान द्वारा कुछ राशि श्रमिकों को दे दी जाती है।

ऐसा ही कुछ नजारा विकासखंड कोरांव के बिरहा करिया गांव में देखने को मिला। वहां खुलेआम ट्रैक्टर से मिट्टी की ढुलाई की जा रही थी। जेसीबी द्वारा तालाब की खुदाई की बात वहां पर उपस्थित श्रमिकों द्वारा बताई गई, हालांकि मौके पर जेसीबी चालक जेसीबी लेकर भाग निकला। लेकिन ट्रैक्टर मौके पर ही मिला। पशुओं को पीने के लिए तालाब में जल नहीं है।

प्रयागराज जेसीबी और ट्रैक्टर से कराया जा रहा कार्य, गरीबों का छीन रहे निवाला (1)

वहीं अधिकारियों को पता नहीं की कितने तालाबों को भराया गया। पूरा चंदेल के तालाबों में पूरी तरह से धूल उड़ रही है। इस संबंध में सिंचाई विभाग के जेई शरद पांडे से बात करने पर पहले तो उन्होंने बताया कि पानी कम होने के कारण पांच दिन ही नहर चल सकी जिससे कुछ तालाब भराए जा चुके हैं।

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