हल्द्वानी: काठगोदाम रेलवे स्टेशन का प्रवेश व निकासी द्वार अलग-अलग बनाया जाए

हल्द्वानी:  काठगोदाम रेलवे स्टेशन का प्रवेश व निकासी द्वार अलग-अलग बनाया जाए

हल्द्वानी, अमृत विचार। प्रशासन, पुलिस, राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) ने संयुक्त रूप से काठगोदाम रेलवे स्टेशन का स्थलीय निरीक्षण कर सुरक्षा ऑडिट किया। ऑडिट के बाद यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए। 

मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी के नेतृत्व में पुलिस, जीआरपी एवं आरपीएफ के अधिकारियों ने काठगोदाम स्टेशन का निरीक्षण किया। संयुक्त टीम ने स्टेशन के प्रवेश द्वार, प्लेटफार्म नंबर1 से 3, अमानती सामान घर, फुट ओवर ब्रिज आदि चप्पे-चप्पे का जायजा लिया। इसके बाद  यह सुझाव दिया गया की रेलवे स्टेशन के प्रवेश व निकास द्वार अलग-अलग बनाए जाए।

हाई रिजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरा के साथ ही फेस रिकॉगनिशन कैमरे भी लगाए जाएं। अग्निशमन विभाग फायर सेफ्टी ऑडिट भी कराया जाए। रेलवे स्टेशन के मुख्य मार्ग से अंदर आने वाले एंट्री पॉइंट को अधिक आकर्षक बनाया जाए और यहां व्यावसायिक विज्ञापन नहीं लगाए जाए। एंट्री पाइंट के आसपास किराये पर दी दुकानों के अतिक्रमण को हटाया जाए। नारीमन चौराहे से लेकर गौला पुल काठगोदाम की ओर रेलवे भूमि की बाउंड्री को सशक्त किया जाए।

अतिक्रमित भूमि को मुक्त कराया जाए।  जरूरी स्थानों पर बाउंड्री वॉल के ऊपर फेंसिंग की जाए। पार्किंग सुव्यवस्थित करने के साथ ही पुलिस की ओर से प्रीपेड टैक्सी बूथ संचालित किया जाए। इस दौरान सीओ नितिन लोहनी, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी चंद्रपाल सिंह, जीआरपी थानाध्यक्ष नरेश कोहली, एमएच खान आदि मौजूद रहे। 


काठगोदाम रेलवे स्टेशन का सुरक्षा ऑडिट किया गया था। यह पुलिस, जीआरपी, आरपीएफ, विभिन्न जांच एजेंसियों के साथ संयुक्त रूप से किया जाता है। सुरक्षा को लेकर विभिन्न सुझाव दिए गए हैं। साथ ही इसकी रिपोर्ट आला अधिकारियों को भेजी जाएगी। 
= एपी वाजपेयी, सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी

इन बिंदुओं पर भी हुई चर्चा
सुरक्षा ऑडिट के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने निरीक्षण के बाद बैठक की। इसमें प्रवेश /निकास द्वार, सीसीटीवी की स्थिति,पार्सल कक्ष व अमानती सामान घर, फुट ओवर ब्रिज, पार्किंग, प्लेटफॉर्म,  शौचालय, प्रतीक्षालय/ विश्राम घर, डॉरमेट्री, ट्रैक सुरक्षा, सर्कुलेटिंग एरिया,  पैसेंजर होल्डिंग एरिया, पोस्ट ऑफिस, ओवरहेड वॉटर टैंक, शौचालय, फायर सेफ्टी, रूट रिले केबिन, रेलवे ट्रैक सुरक्षा, पोस्ट ऑफिस, विद्युत आपूर्ति, दुर्घटना मानव रहित रेलवे गेट, वॉच टावर, बाउंड्री वॉल फेंसीसिस, अनाउंसमेंट सिस्टम, आपातकाल कमांड व कंट्रोल रूम, सीसीटीवी कैमरा का कंट्रोल रूम आदि पर विस्तार से चर्चा हुई।