बाजपुर: दो वर्ष बाद भी अंडरपास से पानी निकासी की नहीं हुई व्यवस्था

बाजपुर: दो वर्ष बाद भी अंडरपास से पानी निकासी की नहीं हुई व्यवस्था

बाजपुर, अमृत विचार। मौसम विभाग की मानें तो बीस जून तक मानसून आ जाएगा, लेकिन मानसून से जनता को होने वाली परेशानियों पर किसी का ध्यान नहीं है, जबकि जनता मुख्यमंत्री से लेकर सांसद, विधायक सभी से गुहार लगा चुकी है, लेकिन बाजपुर में यातायात से निपटने के लिए सहायक एक मात्र अंडर पास पर किसी का ध्यान नहीं है।

यहां थोड़ी सी बारिश होने पर पानी भर जाता है जिसके निकास के लिए एक मात्र रिवर्स बार होना है जिससे धरती का पानी धरती में वापस चला जाएगा जिससे जहां जल संरक्षण होगा, वहीं जनता की समस्या का समाधान भी हो जाएगा।

आलापुर-चकरपुर मार्ग पर राज्य सहयोग से रेलवे की गेट संख्या बीस पर जनता की मांग को पूरा करने के लिए करीब ढाई करोड़ की लागत से अंडरपास बनाया गया इसकी डामर रोड पहली ही बरसात में उखड़ गई थी। पानी निकासी के नाम पर पंप हाउस बनाया गया, लेकिन उसमें पंप आज तक फिट नहीं हो पाया।

इतना ही नहीं सुरक्षा दीवार के साथ मिट्टी की सुरक्षा नहीं देने से नालों के पानी का रिसाव वाटर लेवल बढ़ते ही पुल में आने लगता है। वहीं लेवड़ा नदी के उफान पर आते ही यह अंडरपास पानी से भर जाता है और पानी नहीं सूखने के चलते आवागमन महीनों तक बंद रहता है, जबकि वर्तमान में यह मार्ग बाइपास का काम कर रहा है।

प्रतिदिन मुख्यमार्ग का फाटक बंद होने पर दिनभर में एक हजार से भी अधिक वाहन यहां से निकलते हैं। ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख जोरावर सिंह भुल्लर ने कहा है कि अंडर पास को लेकर शासन प्रशासन गंभीर नहीं है जबकि यह मार्ग मुख्य मार्ग के यातायात में बड़ा सहायक बनता है।