महाराष्ट्र में हुए सड़क हादसे में बलरामपुर के दो मजदूरों की मौत
उतरौला/बलरामपुर, अमृत विचार। स्थानीय तहसील क्षेत्र से मजदूरों को पुणे लेकर जा रही अर्टिगा गाड़ी महाराष्ट्र के जालना शहर में सोमवार भोर डिवाइडर से टकरा गई। दो श्रमिकों की मौके पर ही मौत हुई है। ठेकेदार व अन्य दो श्रमिक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए हैं। दुर्घटना में मारे गए व घायल श्रमिक उतरौला तहसील के निवासी हैं। मंगलवार शाम तक शव घर नहीं पहुंचे थे। घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनके घर रिश्तेदारों व ग्रामीणों की भीड़ जमा है।
थाना गैड़ास बुजुर्ग के मझौआ कुरथुआ निवासी 28 वर्षीय तबरेज खां नियाजी पुत्र यार मोहम्मद पुणे में पीओपी काम की ठेकेदारी करते हैं। उनके साथ दर्जनों श्रमिक काम पर लगे हैं। उसी में थाना गैड़ास बुजुर्ग के धोबहा निवासी 22 वर्षीय मुकेश कुमार उर्फ छोटू पुत्र मेवालाल, 18 वर्षीय आकाश उर्फ गोलू पुत्र बृजमोहन, 36 वर्षीय संजय पुत्र मिठाईलाल व उतरौला कोतवाली के टेढ़वा आइमा निवासी 19 वर्षीय रवि कुमार पुत्र बहोरी भी मजदूरी करते थे। टेढ़वा आइमा के पूर्व प्रधान फूलचंद ने बताया कि मुकेश, रवि, संजय व आकाश लगभग दो माह पूर्व घर चले आए थे। तबरेज खां एक सप्ताह पूर्व अपने गांव आए थे। उन्होंने सभी से सम्पर्क किया तो वे पुणे जाने को तैयार हो गए। रविवार शाम चार बजे मुकेश, रवि, संजय व आकाश तबरेज की अर्टिगा गाड़ी से पुणे के लिए रवाना हुए।
सोमवार शाम सूचना मिली कि अर्टिगा गाड़ी महाराष्ट्र के जालना शहर में डिवाइडर से टकराकर पलट गई है। जालना शहर पुणे से लगभग 400 किलोमीटर पहले पड़ता है। यह भी बताया गया कि मुकेश व रवि कुमार की मौके पर मौत हो गई है। तबरेज, संजय व आकाश गंभीर रूप से घायल हैं। इनका इलाज वहां के सरकारी अस्पताल में चल रहा है। दुर्घटना की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। धोबहा व टेढ़वा गांव में चीख पुकार मची है।