अंबेडकरनगर: जलालपुर ईओ ने आचार संहिता की उड़ाई धज्जियां, चहेते ठेकेदार को दिए एक करोड़ 99 लाख का टेंडर 

जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी और इससे संबंधित सभी कर्मियों के विरुद्ध नोडल अधिकारी को मुकदमा दर्ज कराने का दिया निर्देश 

अंबेडकरनगर: जलालपुर ईओ ने आचार संहिता की उड़ाई धज्जियां, चहेते ठेकेदार को दिए एक करोड़ 99 लाख का टेंडर 

जलालपुर/ अंबेडकरनगर, अमृत विचार। जलालपुर नगर पालिका अपने कारनामो के चलते एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। जहां अभी तक भ्रष्टाचार के चलते सुर्खियों में रहता था, वहीं अब पुन: आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए अपने चहेते ठेकेदार को करोड़ों रूपए का टेंडर देने का मामला सामने आया है। सेवानिवृत्ति अधिशासी अधिकारी के विरुद्ध जिलाधिकारी द्वारा कार्यवाही का आदेश देने के बाद जहां कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल है, वहीं सेवानिवृत अधिशासी अधिकारी कार्यालय के ऊपर बने आवास में ईओ बचाव की जुगत में लगे रहे। गुरुवार सुबह तहसीलदार जब जानकारी करने आए तो सेवानिवृत अधिशासी अधिकारी भाग निकले, जो चर्चा का विषय बन गया है। जिलाधिकारी के आदेश पर प्रभारी लिपिक निविदा से संबंधित सभी दस्तावेज लेकर मुख्यालय गए। अब देखना यह होगा की जिलाधिकारी द्वारा इस पर क्या कार्यवाही की जाती है। मामला नगर पालिका जलालपुर का है। 

बता दें कि चार माह पहले जलालपुर नगर को जगमग करने के लिए बिजली खंभों, फ्लैश लाइट आदि का निविदा किया गया था। निविदा में कमी की वजह से जिलाधिकारी ने इसे निरस्त कर दिया था। इसके एक पखवारा बाद कए गए टेंडर में ओटीपी लेट मिलने की वजह से इससे संबंधित एक कर्मचारी को निलंबित भी कर दिया गया था। उसी दिन ओटीपी मिलने के बाद टेंडर हो गया। अपने चहेते ठेकेदार को टेंडर दे भी दिया गया, लेकिन शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने उसे भी निरस्त कर दिया था। 30 मार्च को सेवानिवृत और विदाई होने के पश्चात अधिशासी अधिकारी यदुनाथ ने देर रात एक करोड़ 99 लाख रुपए का टेंडर अपने चहेते ठेकेदार के नाम कर दिया। अचार संहिता लगने के बाद किए गए इस टेंडर को जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया और पत्रवाली के साथ सेवानिवृत अधिशासी अधिकारी को तलब कर लिया। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी और इससे संबंधित सभी कर्मी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने का नोडल अधिकारी को निर्देश दिया है। गुरुवार को टेंडर से संबंधित सभी फाइल वरिष्ठ लिपिक राम प्रकाश जिला मुख्यालय लेकर गए है। 

सेवानिवृत्त के बाद भी कार्यालय का नहीं छोड़ पा रहे मोह 
सेवानिवृत होने के बाद सभी अधिकारी और कर्मचारी अपने घर चले जाते है। नगरपालिका के दो कर्मी सेवानिवृत होने के बाद कार्यालय का मोह नहीं छोड़ पा रहे है। अधिशासी अधिकारी यदुनाथ तो अपने वाहन से आवास में सभी घरेलू सामान जहां छोड़ कर भाग गए है। चर्चा है कि अधिशासी अधिकारी का करीबी ठेकेदार हरदोई निवासी कमल वर्मा एक करोड़ 99 लाख रुपए के टेंडर को अपने फर्म के नाम करने के लिए 10 लाख रुपए पर सौदा तय हुआ था। वहीं जानकारों की माने तो टेंडर अब निरस्त नहीं होगा और चुनाव बाद ठेकेदार अपना कार्य प्रारंभ कर देगा। वहीं मामले की जानकारी के लिए तहसीलदार संतोश कुमार सिंह को फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन ही नहीं उठाया। 

एडीएम बोले
अपर जिलाधिकारी डॉ. सदानंद गुप्ता ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है। मामले की जांच उपजिलाधिकारी कर रहे हैं। जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

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