Unnao: यूएसडीए को ढूंढे नहीं मिल रहे पीएम आवास के 119 लाभार्थी, मकान बदले जाने के साथ बदल जाता है आवास हीनों का पता

624 आवंटियों में 119 का पता नहीं लगा सका विकास प्राधिकरण

Unnao: यूएसडीए को ढूंढे नहीं मिल रहे पीएम आवास के 119 लाभार्थी, मकान बदले जाने के साथ बदल जाता है आवास हीनों का पता

उन्नाव, अमृत विचार। उन्नाव-शुक्लागंज विकास प्राधिकरण (यूएसडीए) को उसकी प्रमुख पीएम आवास योजना में चयनित 119 लोग ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। उनके द्वारा दर्शाए गए पते पर आवंटी के न मिलने पर डाक विभाग यूएसडीए को पत्र वापस भेज रहा है। वहीं यूएसडीए पत्रों को डूडा कार्यालय भेजकर चयनितों को तलाश कर आवंटन प्रक्रिया आगे बढ़ाने की जद्दोजहद कर रहा है। 

बता दें कि वर्ष-2018 में पीएम आवास योजना के अंतर्गत आवास हीनों के लिये घर आवंटन को नगरीय विकास अभिकरण ने 624 आवास आवंटित कराने को आवेदन निकाले थे। दो कमरों सहित एक परिवार के लिए अन्य सुविधाओं वाले भवन आवंटन के पूर्व चयनित लाभार्थी को मात्र 48 हजार रुपए प्राधिकरण के माध्यम से शासन को उपलब्ध कराने थे। जबकि, शेष धनराशि शासन को वहन करनी है।

नाममात्र की पूंजी में सिर छिपाने के लिए पक्की छत मिलने के लिए शहरी गरीबों ने बड़ी संख्या में आवेदन किया था। शासन के निर्देश पर आवंटियों का पात्रता के आधार पर चयन कर प्राधिकरण कार्यालय के बाहर सूची चस्पा की गई थी। आवास निर्माण का अधिकांश कार्य पूरा होने पर अब प्राधिकरण द्वारा आवास आवंटन की औपचारिकता पूरी कराई जा रही है।

इसके लिए चयनितों को रजिस्टर्ड पत्र भेजकर फोटो व आधार कार्ड के साथ कार्यालय बुलाया जा रहा है। जिससे संबंधित लोगों से उनके हिस्से की धनराशि जमा कराकर आवंटन पत्र जारी किया जा सके। हालांकि प्राधिकरण द्वारा भेजे गए 166 आवंटियों के पत्र संबंधित पते पर आवंटी के न मिलने से वापस लौट आए हैं। आवंटी के न मिलने से लौटे पत्रों को यूएसडीए अफसर डूडा कार्यालय भेज रहे हैं। जहां व्यक्तिगत तौर पर आवंटियों को तलाशा जा रहा है।

इसके परिणाम स्वरूप 47 आवंटियों को तलाशकर उनके नए पते पर पत्र भेजे जा रहे हैं। डूडा के प्रभारी अधिकारी एके सिंह ने बताया कि सत्यापन में उपलब्ध न होने वालों को नोटिस जारी करने के साथ अन्य माध्यम से तलाशा जाएगा। यदि इसके बाद भी वे नहीं मिलते हैं तो उनका आवंटन निरस्त कर शासन की स्वीकृति लेकर नए लोगों का चयन होगा। बताया कि आमतौर पर आवासहीन परिवार किराए पर रहते हैं। मकान बदलने पर उनके पते भी बदल जाते हैं।

34 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के हैं आवास  

पीएम आवास योजना के तहत शहर की कांशीराम आवास योजना के तहत दो कमरे, लैट्रिन-बाथरूम व लाबी का निर्माण हो रहा है। कांशीराम योजना में बने भवन का आकार 27 वर्ग मीटर था। जबकि, पीएम आवास योजना के तहत तैयार आवासों का निर्माण 34 वर्ग मीटर भूखंड में कराना निर्धारित है।

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