Chitrakoot: डूबने से सगी बहनों सहित तीन मासूम बच्चों की मौत; गहरे पानी में जाने से हुए हादसे, परिजनों में कोहराम
चित्रकूट, अमृत विचार। रैपुरा थानांतर्गत बसावनपुर गांव के तालाब में नहाने गईं दो मासूम बहनें गहरे पानी में चली गईं। देर तक घरवालों को पता नहीं चला। जानकारी होने के बाद इनको निकाला गया पर तब तक दोनों की सांसें थम चुकी थीं। उधर, मऊ थानांतर्गत बरहा कोटरा गांव में यमुना नदी में डूबकर एक मासूम की जान चली गई। वह अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था। अबोध बच्चों की मौतों से घरों में हाहाकार का माहौल है।
रैपुरा थानांतर्गत बसावनपुर गांव में शनिवार अपराह्न दो सगी बहनें आफरीन (8) और भुन्नूर ( 10) पुत्री अब्बास अली गांव की अन्य हमउम्र लड़कियों के साथ तालाब में नहाने गई थीं। बताया जाता है कि इस दौरान आफरीन गहरे पानी में चली गई और डूबने लगी, इस पर भुन्नूर ने उसे बचाने की कोशिश की और दोनों डूब गईं। अन्य बच्चियां डरकर घर चली गईं और किसी को कुछ नहीं बताया।
जब देरतक दोनों बहनों का कहीं पता नहीं चला तो खोजबीन शुरू की गई। परिजनों और ग्रामीणों ने दोनों बच्चियों को तालाब से निकाला पर दोनों की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। सीओ निष्ठा उपाध्याय ने बताया कि जानकारी मिलने पर एसओ रैपुरा शैलेंद्र चंद्र पांडेय मौके पर पहुंचे और बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। दो बच्चों की मौत से परिजनों में रोना-पीटना मच गया। उधर, मऊ थानांतर्गत बरहा कोटरा गांव में यमुना नदी में डूबने से एक मासूम की मौत हो गई।
शनिवार की सुबह रोजाना की तरह गांव के लोग यमुना नदी में नहा रहे थे। गांव निवासी शैलेंद्र का साढ़े तीन साल का बेटा अंशू भी बहन के साथ वहीं नहा रहा था। इसी दौरान वह गहराई में चला गया जिससे वह डूब गया। भाई को डूबता देख बहन चिल्लाई तो आसपास के लोगों ने नदी में बच्चे की खोजबीन शुरू की। ग्रामीणों ने मशक्कत के बाद बच्चे को नदी से निकाला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इकलौते बेटे की मौत से मां सविता देवी और अन्य परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।