पीलीभीत: आयुष्मान लाभार्थी से वसूले रुपये होंगे वापस, अस्पताल की होगी जांच

पीलीभीत, अमृत विचार। आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी बीसलपुर के एक निजी अस्पताल ने पैनल में होने के बावजूद प्राइवेट तौर पर रुपये लेकर इलाज किया और फिर एक अन्य बिल दर्शाकर शव देने से भी इनकार कर दिया था। डीएम ने प्रकरण की शिकायत मिलने पर सीएमओ को अस्पताल की जांच कराने के निर्देश दिए हैं। ये भी कहा है कि पीड़ित से वसूले गए रुपये भी लौटाए जाएं। एसीएमओ और आयुष्मान टीम को जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
बीसलपुर के मोहल्ला दुर्गाप्रसाद निवासी करन गंगवार ने बताया कि वह ई-रिक्शा चालक हैं। शुक्रवार सुबह 10 बजे उसके पिता वीरपाल गंगवार की सांस फूलने लगी और तबियत बिगड़ गई थी। इस पर वह पिता को नगर के एक निजी अस्पताल लेकर गए। मरीज का आयुष्मान कार्ड बना हुआ है।
मगर निजी अस्पताल वालों ने आयुष्मान कार्ड से इलाज करने से मना कर दिया। जिसके बाद परिजन ने मोहल्लेवासियों से 15 हजार का चंदा कर जांच, दवाइयां और फाइल जार्च देकर इलाज शुरू कराया। लेकिन इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। आरोप है डॉक्टरों ने 15 हजार के अलावा 21900 का एक और दर्शा दिया। रुपये न देने पर शव रोक लिया था। फिर किसी तरह रुपये जुटाकर दिए और शव मिल सका था।
शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम संजय कुमार सिंह से पीड़ित पक्ष ने शिकायत की। जिसके बाद डीएम ने सीएमओ डॉ. आलोक कुमार को जांच कराने के निर्देश दिए। सीएमओ ने बताया कि पीड़ित से वसूले गए रुपये वापस कराए जाएंगे।एसीएमओ डॉ. छत्रपाल सिंह व आयुष्मान टीम को जांच दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
ये भी पढे़ं- पीलीभीत: विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत, पिता बोले- दहेज की खातिर मार डाला