Unnao: हाईकोर्ट में रिट दायर करने पर पहुंची PWD व राजस्व की संयुक्त टीम, पीडब्ल्यूडी की जमीन पर तान दिया मकान

उन्नाव में हाईकोर्ट में रिट दायर करने पर पहुंची पीडब्ल्यूडी व राजस्व की संयुक्त टीम।

Unnao: हाईकोर्ट में रिट दायर करने पर पहुंची PWD व राजस्व की संयुक्त टीम, पीडब्ल्यूडी की जमीन पर तान दिया मकान

उन्नाव में हाईकोर्ट में रिट दायर करने पर पहुंची पीडब्ल्यूडी व राजस्व की संयुक्त टीम। टीम ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की जमीन पर मकान बना हुआ है। टीम ने कहा कि रिपोर्ट तैयार कर हाईकोर्ट में दाखिल की जाएगी।

उन्नाव, अमृत विचार। लोक निर्माण विभाग उन्नाव की लापरवाही के कारण करोड़ों की बेसकीमती जमीन पर अवैध कब्जा हो गया था। सितंबर माह में जिला पंचायत अध्यक्ष के पत्र पर इसकी जानकारी हुई। जिस पर विभाग की ओर से कब्जेदारों को नोटिस दी गई थी।

एक कब्जेदार ने हाईकोर्ट में रिट दायर करते हुये दावा किया था कि उसने पट्टे की जमीन पर मकान बना रखा है। जिस पर हाईकोर्ट ने जबाव मांगा। मंगलवार को पीडब्ल्यूडी और राजस्व कर्मियों की टीम मौके पर पहुंची। जहां टीम ने जांच पड़ताल कर रिपोर्ट तैयार की।

बता दें कि 23 सितंबर को उन्नाव जिला पंचायत अध्यक्ष शकुन सिंह ने लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता प्रांतीय खंड उन्नाव को पत्र लिखते हुये मांग कि है कि पीडब्ल्यूडी विभाग की भूमि के बारे में जानकारी मांगी थी। जिस पर पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्लागंज में दस बीघे जमीन कब्जा हो चुकी है। तीन माह बीतने के बाद भी विभाग अपनी जमीन को चिन्हांकन नहीं कराया गया था।

12 दिसंबर को लगभग चालीस कब्जेदारों को नोटिस जारी की। नोटिस मिलने से कब्जेदारों में हड़कंप मच गया था। आजाद नगर बाजार रोड पर रहने वाले भगवानदीन के बेटे इंदल ने हाईकोर्ट में रिट दायर करते हुये दावा किया था कि उन्होंने पट्टे की जमीन पर अपना मकान बना रखा है। जो सही है और पीडब्ल्यूडी की जमीन पर नहीं बना है।

हाईकोर्ट ने लोक निर्माण विभाग से जबाव मांगा। जिस पर मंगलवार को विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर अवर अभियंता रामप्रकाश, राजस्व विभाग के क्षेत्रीय लेखपाल मनोज यादव की संयुक्त टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने नक्से के मुताबिक जांच पड़ताल की। इस दौरान उन्होंने बताया कि रिट दायर करने वाले का मकान भूमि संख्या 285 में बना हुआ है।

यह नंबर लोक निर्माण विभाग के नाम से दर्ज है। ऐसे में रिट दायर करने वाले का मकान अवैध बना हुआ है। इसकी रिपोर्ट तैयार कर हाईकोर्ट में दाखिल किया जाएगा। वहीं जेई ने बताया कि जिन लोगों को नोटिस दी गई थी। ऐसे कब्जेदारों से जल्द कब्जामुक्त कराया जाएगा।

गेस्ट हाउस के अलावा बने हैं मकान

पीडब्ल्यूडी की जमीन फोरलेन के किनारे होने के कारण उस जमीन पर एक गेस्ट हाउस समेत कई आलीशान मकान बने हुये है। जिन्हें हटाने में विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।

इन गाटा संख्या पर है कब्जा

विभाग ने बताया कि 181 घ, 182 घ, 183, 184घ, 185ग, 206ग, 267ग, 268क, 271क, 272क, 283ख, 285, 286, 287, 288ख, 306 गाटा संख्या पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है।

विभाग की जमीन पर इन लोगों ने कर रखा है कब्जा

पीडब्ल्यूडी जमीन पर रमेश भारती, वीरेन्द्र शुक्ला निवासी हरदोई, सुनील, सुनीता वर्मा, अनीता वर्मा, विनोद वर्मा, सुभाष बाजपेई, अस्थाई नर्सरी, एक गेस्ट हाउस, जलबहाव क्षेत्र, धोबी घाट, सरकारी पंचायत घर, 10 प्रतिशत अंशिक आबादी, फिरोज अहमद, हाजी शमसुलइस्लाम, मुहसिन, अकील अहमद, मो0 नईम, सुशीला कुमारी, नन्हकू, लाल बहादुर व मनोज ने कब्जा कर रखा है।

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