Kanpur Chamanganj Fire: बेटे की जान बचाने के लिए मां ने दूसरी मंजिल से फेंका… हर तरफ मची रही चीख-पुकार
कानपुर के चमनगंज के रूपम चौराहा के पास चार मंजिला अपार्टमेंट में आग लग गई थी।
कानपुर के चमनगंज के रूपम चौराहा के पास चार मंजिला अपार्टमेंट में आग लग गई थी। इस पर अपने बेटे की जान बचाने के लिए मां ने उसे दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया। आग की घटना के बाद हर तरफ चीख-पुकार मची रही।
कानपुर, अमृत विचार। चमनगंज थानाक्षेत्र के अति व्यवस्ततम भीड़भाड़ वाले रूपम चौराहा के पास स्थित चार मंजिला अपना पैलेस अपार्टमेंट के बेसमेंट की दुकान में सोमवार देर रात शार्ट-सर्किट से भीषण आग लग गई। अपार्टमेंट की दूसरी मंजिल पर आदिल अपने परिवार के साथ रहते हैं। इस अग्निकांड में वह भी अपनी परिवार के साथ फंस गए। इस दौरान फायर फाइटर्स ने रेस्क्यू शुरू किया।
इस दौरान आदिल को लिफ्ट बंद होने से बचाव का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। बेटे आहद को बचाने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। नीचे खड़े लोगों से मदद मांग कर उसे अपार्टमेंट से फेंकना मजबूरी बन गई थी। कलेजे पर पत्थर रख उसे दूसरी मंजिल से नीचे फेंका, जिसे नीचे खड़े लोगों ने उसे सकुशल कैच कर लिया।
इसके बाद सीढ़ी से फायर फाइटर्स ने आदिल, उसकी बेटी आहद और पत्नी जीनत्तुननिशां को सकुशल उतारा। इसके बाद टीम ने उन्हें सुरक्षित बैठा दिया। इस दौरान फायर फाइटर्स ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर किसी के फंसे होने पर अंदर घुसे। जहां उन्हें अपार्टमेंट में रहने वाली फातिमा नाम की महिला बेहोश मिली। जिन्हें पास के एक निजी अस्पताल भेजा गया। आदिल के अनुसार आग की लपटें इतनी विकराल थीं कि अपार्टमेंट की खिड़कियों तक आ गई थीं।
आदित्य व सत्येंद्र को सलाम
अपार्टमेंट में रहने वाले 20 परिवारों में करीब 16 फंस गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बिल्डिंग में धुआं इतना भीषण भरा हुआ था कि निकलने का रास्ता ही नहीं मिल रहा था। मौके पर फायर ब्रिगेडकर्मी आए तो राहत महसूस हुई। उन्होने बताया कि फायर ब्रिगेड कर्मी आदित्य पाठक व सत्येंद्र गुर्जर ने जान हथेली पर रख कर बिल्डिंग में मौजूद करीब 16 लोगों को बचाया। बिल्डिंग से बाहर निकले लोगों ने दोनो फायरब्रिगेड कर्मियों को दिल से सलाम बोला।
11 दमकलों ने पाया आग पर काबू
सूचना पर आसपास के फायर स्टेशन से 11 फायर ब्रिगेड की गाडियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। चप्पल के साथ रेडीमेड का काम होने की वजह से ज्वलनशील पदार्थ रखा था, जिसमें आग बुरी तरह से पकड़ चुकी थी। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने जहां आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की वहीं एक टीम ने ऊपर की मंजिल में फंसे लोगों को निकालने का काम शुरू किया। टीम ने कई परिवार के बदहवास हुए लोगों को रेस्क्यू किया। कुछ ही देर में सभी लोगों को बिल्डिंग के बाहर निकाल लिया गया।
कई परिवारों के रहने के कारण दुकान और कारखाने को शिफ्ट करने को था कहा
ये बिल्डिंग जावेद और शरीफ की है। पहली मंजिल पर रहने वाले मो. तारिक, तीसरी मंजिल निवासी इमरान और तीसरी मंजिल में रहने वाले रज्जु व इसी अपार्टमेंट में रहने वाले शरीफ, शकील, जावेद, अरशद ने बताया कि कई बार उन लोगों ने जावेद और शरीफ से कहा कि बिल्डिंग में परिवार रहते है। नीचे के कारखाने कहीं और शिफ्ट करा दिए जाएं लेकिन कोई उनकी सुनने को तैयार नहीं है। वहीं फायर ब्रिगेड की टीम की मानें तो इस पूरी इमारत में आग बुझाने के कोई यंत्र मौजूद नहीं थे। नीचे अवैध रूप से सारे कारखाने थे, जिनकी परमिशन भी नहीं ली गई थी। मंगलवार को जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
अतिरिक्त पुलिस बल, क्यूआरटी और पीएसी पहुंची
घनी आबादी वाले इलाके में घटना होने पर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया। पीएसी, क्यूआरटी और अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर लगा दिया गया। आग बुझने के बाद भी बिल्डिंग के चारों तरफ पुलिस बल तैनात कर दिया गया। आग बुझने के बाद बिल्डिंग के रहने वालों ने एक महिला के गुम होने की जानकारी दी। हालांकि आग से ज्यादा धुएं की वजह से ऊपर रहने वालों को परेशानी हुई।
घटनास्थल पर जेसीपी समेत पहुंचे आलाधिकारी
अग्निकांड की सूचना पर संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी, डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार, एडीसीपी आरती सिंह, एसीपी सीसामऊ श्वेता कुमारी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा, एसीपी अपराध मो मोहसिन समेत ग्वालटोली, कर्नलगंज, सीसामऊ, बजरिया, बेकनगंज समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंचे। जिन्होंने वहां फैली अफरातफरी की व्यवस्था को संभाला। रूपम चौराहे और इफ्तिखाराबाद वाले रास्ते पर पुलिस बल तैनात करके अंदर जाने से मना कर दिया गया। जेसीपी ने बताया कि बिल्डिंग में रेस्क्यू करके सभी को सकुशल निकाल लिया गया। घटना में किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई। घटना के कारणों की जांच कराई जाएगी।
भीड़ ने रेस्क्यू की बढ़ाई मुश्किलें
चमनगंज थानाक्षेत्र में हुए चार मंजिला अग्निकांड में आग की सूचना पर दमकलों का अलग-अलग फायर स्टेशनों से आना शुरू कर दिया गया। इस दौरान आग लगने के कारण क्षेत्र की लाइट काट दी गई। इसका सीधा फायदा आसपास के लोगों ने उठाया। करीब तीन सैकड़ा से ज्यादा लोग मौके पर पुलिस के साथ वहां पहुंच गए। जिसके बाद वहां पर अफरातफरी की स्थिति बन गई। दमकलों को मोड़ने के लिए जगह नहीं मिल पा रही थी, इस कारण गाड़ी को जाम की बीच से जूझ करना गुजरना पड़ रहा था। पुलिस ने कई बार लोगों को घटनास्थल के पास से बाहर किया। इसके बाद भी लोग बाज नहीं आए।
धुएं के गुबार ने बढ़ी लोगों की परेशानी
फायर बिग्रेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पाने के लिए प्रयास तेज किए और करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि रात 11 बजे तक बेसमेंट से धुआं निकलता रहा। लेकिन इससे चारों ओर धुएं का गुबार बना हुआ है। इस दौरान आखिरी में एक बिल्ली को रेस्क्यू किया गया। धुएं के गुबार ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। कुछ लोगों को खांसी की परेशानी हुई। धुएं के कारण घटना वाली बिल्डिंग से जुड़ी बिल्डिंग में भी धुआं भर गया। जिसके बाद वह लोग खिड़की खोलकर नीचे सड़क पर आ गए।
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