Indian Railway: कोहरे के कारण ट्रेनें लेट, यात्री सेंट्रल में ठिठुर रहे, अभी इतने दिन तक ऐसा ही मौसम रहने के आसार
कानपुर में कोहरे से रात की ट्रेनें सुबह आईं।

कानपुर में गुरुवार दोपहर तक घना कोहरा छाया रहा। इसके बाद चमकी मद्धम धूप लोगों को ठंड से राहत देने में नाकाम रही। कोहरे की मार से रेल यातायात अस्त-व्यस्त हो गया है।
कानपुर, अमृत विचार। शहर में गुरुवार दोपहर तक घना कोहरा छाया रहा। इसके बाद चमकी मद्धम धूप लोगों को ठंड से राहत देने में नाकाम रही। कोहरे की मार से रेल यातायात अस्त-व्यस्त हो गया है। सेंट्रल स्टेशन पर रात की ट्रेनें सुबह आईं तो सुबह की ट्रेन शाम को पहुंची।
मौसम वैज्ञानिक अचानक बढ़े कोहरे की वजह बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात को मान रहे हैं। वहां से आ रही नम हवाओं के कारण फिलहाल 31 दिसंबर तक कोहरे से राहत नहीं मिलने के आसार हैं।
धुंध और कोहरे की वजह से हाईवे पर वाहनों की रफ्तार धीमी रही। शहर में गुरुवार को अधिकतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा। न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3.1 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
ट्रेनों के लेट होने से 1173 टिकट हुए रद
कोहरे का असर ट्रेनों पर सबसे अधिक पड़ रहा है। गुरुवार को 1173 यात्रियों ने अपने रिजर्व टिकट वापस कर दिए। सेंट्रल पर नई दिल्ली से वाराणसी जाने वाली 22416 वंदे भारत एक्सप्रेस बुधवार को 19.08 बजे कानपुर सेंट्रल आनी थी लेकिन कोहरे में फंसकर गुरुवार को भोर दो बजे कानपुर सेंट्रल पहुंची।
वहीं लखनऊ से चलने वाली 12003 स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस को 5 घंटे देरी से सेंट्रल पहुंची। नई दिल्ली से चलकर कानपुर सेंट्रल आने वाली 12452 श्रम शक्ति एक्सप्रेस भी 9 घंटे लेट रही। 22811 भुवनेश्वर तेजस राजधानी एक्सप्रेस 9 घंटे देरी से सेंट्रल पहुंची। उधर 22449 गुवाहाटी नई दिल्ली रोहतक संपर्क क्रांति 7:30 घंटे व 12418 रीवा एक्सप्रेस ने 11 घंटे यात्रियों को इंतजार कराया। 12802 पुरुषोत्तम एक्सप्रेस 10 घंटे तो 12874 झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस 13 घंटे लेट रही।
40 मिनट देरी से पहुंची फ्लाइट
कोहरे का असर उड़ान पर भी पड़ा। गुरुवार को बेंगलुरू से चलकर कानपुर आने वाली फ्लाइट लगभग 40 मिनट देरी से पहुंची।
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