सावधानी ही बचाव

सावधानी ही बचाव

कोरोना का प्रसार विश्व स्तर पर बढ़ रहा है। हाल के दिनों में जेएन.1 के मामले कई देशों में सामने आए हैं। यह दुनिया के 40 देशों में फैल चुका है। देश में एक दिन में कोविड-19 के 656 नए मामले सामने आए ,वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,742 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक सामने आए कोविड-19 के मामलों की संख्या 4.50 करोड़ है। 

बीते 24 घंटे में संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत होने के कारण इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,33,333 हो गई है। हालांकि संक्रमण से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है, वहीं मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 220.67 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने देशों से निगरानी बढ़ाने को कहा है। 

डब्ल्यूएचओ  ने लोगों से भी एहतियात बरतने की अपील की है। कोरोना के पिछले अनुभवों के मुकाबले यह संख्या गंभीर नहीं कही जाएगी,  लेकिन शुरू में धीरे और फिर तेजी से फैलाव की इसकी प्रवृत्ति को देखते हुए किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जा सकती।

डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि कोविड-19 वायरस विश्व स्तर पर सभी देशों में फैलता, परिवर्तित और प्रसारित होता रहता है। वर्तमान साक्ष्य से पता चलता है कि जेएन.1 द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम कम है। इसके विकास के अनुसार हमें अपनी प्रतिक्रिया तय करनी चाहिए और लगातार नजर रखनी चाहिए। 

डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों से कोविड-19 और इसके नए उप-स्वरूप जेएन.1 तथा इन्फ्लूएंजा सहित श्वसन रोगों के बढ़ते मामलों को देखते हुए निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने का आग्रह किया है। 

वास्तव में नव वर्ष के आगमन पर लोग छुट्टियों के मौसम में यात्रा करते हैं और उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं, घर के अंदर बहुत सारा समय एक साथ बिताते हैं, जहां खराब वायु संचरण (वेंटिलेशन) श्वसन रोगों का कारण बनने वाले वायरस के संचरण की मदद करता है, इसलिए उन्हें सुरक्षात्मक उपाय करने चाहिए और अस्वस्थ होने पर समय पर इलाज कराना चाहिए। 

ध्यान रहे कोरोना हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का अंग बन चुका है। इसलिए नया सब-वेरिएंट हो या कोरोना का पुराना वेरिएंट, अच्छी क्वॉलिटी का फेस मास्क इससे बचाव का कारगर साधन है। वैसे भी डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित सभी कोविड-19 टीके जेएन.1 सहित सभी प्रकारों से होने वाली गंभीर बीमारियों   से रक्षा करते रहेंगे। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचना, मास्क पहनना और अन्य सावधानियां बरतने से लोग परेशानियों से बच सकते हैं। 

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