हल्द्वानी: …तो बदला जाएगा रात में चलने वाली ट्रेनों का समय

हल्द्वानी, अमृत विचार। जंगलात ने हाथियों को रेल हादसों में होने वाली आकस्मिक मौतों से बचाने के लिए रात को संचालित होने वाली ट्रेनों के समय में बदलाव और ट्रेन की रफ्तार भी 20 किमी प्रति घंटा करने का सुझाव दिया है।
रानीखेत एक्सप्रेस की टक्कर में घायल हथिनी की मौत के बाद वन विभाग हाथियों को लेकर संवेदनशील हो गया है। वन अधिकारियों का मानना है कि देहरादून, दिल्ली रूट की ट्रेनें लालकुआं-हल्दी-छत्तरपुर से गुजरती है जो कि तराई केंद्रीय वन डिवीजन की टांडा रेंज के गंगापुर-पटिया वन ब्लॉक में है। यह वन ब्लॉक टांडा-गौला-किशनपुर हाथी कॉरिडोर का हिस्सा है। इस कॉरिडोर में हाथियों की आवाजाही रात या तड़के होती है।
इसी समय ट्रेनों का भी संचालन होता है ऐसे में अक्सर हादसे होते हैं और हाथियों की मौत होती है। इसलिए वन विभाग ने रात को चलने वाली ट्रेनों के समय में इस तरह बदलाव करने की मांग है कि रात व तड़के वन्यजीव की आवाजाही प्रभावित नहीं हो। इसके अलावा ट्रेनों की रफ्तार भी 20 किमी प्रति घंटा करने की मांग की है। इसको लेकर एक रिपोर्ट वन संरक्षक को सौंपी जाएगी। यहां से रिपोर्ट वन मुख्यालय को भेजी जाएगी।
टनकपुर-देहरादून जन शताब्दी को लेकर भी मांगें सुझाव
हल्द्वानी, अमृत विचार : शासन ने वन विभाग से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधानसभा सीट चम्पावत के टनकपुर से देहरादून के लिए जनशताब्दी एक्सप्रेस संचालित करने को लेकर भी सुझाव मांगा है। अभी इस ट्रेन का प्रस्ताव केंद्रीय स्तर पर विचाराधीन है। सूत्रों की मानें तो इसको लेकर भी वन विभाग ने ट्रेन के संचालन का समय वन्यजीवों की आवाजाही वाले समय में नहीं करने और संवेदनशील स्थानों पर 20 किमी प्रति घंटा करने का सुझाव दिया है।
रात को संचालित होती हैं ये ट्रेनें
1.काठगोदाम देहरादून एक्सप्रेस रात 7:55 बजे
2.रानीखेत एक्सप्रेस रात 8:35 बजे
3.बाघ एक्सप्रेस रात 9:50 बजे
(नोट :- सभी ट्रेनों का समय काठगोदाम रेलवे स्टेशन से संचालन का है। इस सारिणी में देहरादून जाने वाली ट्रेन सप्ताह में तीन दिन हल्द्वानी स्टेशन से चलती है।)
इस मामले में तराई केंद्रीय व तराई पूर्वी वन डिवीजनों से रिपोर्ट मांगी गई है। ट्रेनों के संचालन का समय बदलने को लेकर सुझाव दिए गए हैं हालांकि इसकी जांच करने के बाद ही रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को भेजी जाएगी।
= दीप चंद्र आर्या, वन संरक्षक, पश्चिमी वन वृत्त हल्द्वानी
== पिछले कुछ समय में ट्रेन की टक्कर में मारे गए हाथी ==
बीती 15 नवंबर की रात को रानीखेत एक्सप्रेस की टक्कर से हथिनी घायल हो गई थी, जिसकी 20 दिन बाद मौत हो गई। बीती 21 सितंबर को तराई पश्चिमी वन डिवीजन की आमपोखरा रेंज में एक हाथी का शव मिला था, आशंका जताई गई थी कि हाथी की मौत ट्रेन की टक्कर से हुई है।