गृहमंत्री ने नई सहकारी संस्था एनसीओएल का ‘भारत ऑर्गेनिक्स’ ब्रांड किया जारी
नई दिल्ली। सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को नव सृजित नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (एनसीओएल) का ‘भारत ऑर्गेनिक्स’ ब्रांड जारी किया। उन्होंने कहा कि यह भारत और विदेशों में सबसे ‘‘भरोसेमंद’’ ब्रांड बनकर उभरेगा।
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मंत्री ने कहा कि खुद को सबसे भरोसेमंद ब्रांड के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार देशभर में राष्ट्रीय पादप संरक्षण संगठन (एनपीपीओ) द्वारा अनुमोदित प्रयोगशालाओं की संख्या मौजूदा 34 से बढ़ाएगी। शाह ने एनसीओएल का ‘लोगो’, वेबसाइट और ब्रोशर भी जारी किया। साथ ही उन्होंने पांच सहकारी समितियों को एनसीओएल सदस्यता प्रमाणपत्र प्रदान किए। एनसीओएल का मुख्यालय गुजरात में है।
इसकी स्थापना ‘मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी एक्ट 2002’ के तहत इस साल 25 मार्च को की गई थी। इसका मुख्य प्रवर्तक राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड है। शाह ने यहां सहकारी समितियों के जरिये जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ एनसीओएल जैविक उत्पादकों के लिए एक मंच है। आज हम ‘भारत ऑर्गेनिक्स’ ब्रांड के तहत छह उत्पाद जारी कर रहे हैं और दिसंबर तक ऐसे 20 उत्पाद लाए जाएंगे।’’
उन्होंने कहा कि छह जैविक उत्पाद अरहर दाल, चना दाल, चीनी, राजमा, बासमती चावल और सोना मसूरी चावल होंगे। मदर डेयरी की 150 सफल दुकानों और ऑनलाइन मंच के जरिये इनकी बिक्री की जाएगी। उन्होंने कहा कि खुदरा दुकानों का एक नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। शाह ने कहा कि एनसीओएल शुरुआत में भारत में जैविक उत्पाद बेचेगा और बाद में अन्य देशों में विपणन करेगा।
मंत्री ने कहा कि एनसीओएल के जरिये जैविक उत्पादों की बिक्री से होने वाले मुनाफे का करीब 50 प्रतिशत सीधे सदस्य किसानों को हस्तांतरित किया जाएगा। जैविक उत्पादों को प्रमाणित करने के लिए एनपीपीओ द्वारा अनुमोदित प्रयोगशालाओं के विस्तार की आवश्यकता पर बल देते हुए मंत्री ने कहा कि देश में 246 में से केवल 34 प्रयोगशालाएं एनपीपीओ द्वारा अनुमोदित हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई और अन्य संगठनों के सहयोग से आने वाले वर्षों में अतिरिक्त 305 प्रयोगशालाएं (100 मोबाइल प्रयोगशालाएं और 205 स्थिर प्रयोगशालाएं) स्थापित करेगी। शाह ने कहा, ‘‘ अगले 10 वर्षों में हम ‘भारत ऑर्गेनिक्स’ को विश्व बाजार में एक मजबूत ब्रांड के रूप में स्थापित होते देख पाएंगे।
सहकारी संस्था इस संबंध में एक दीर्घकालिक रणनीति तैयार कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि एनओसीएल ने प्राकृतिक खेती का एक ‘डेटाबेस’ बनाया है और अगले साल तक 25,000 से अधिक सहकारी समितियां एनओसीएल की सदस्य बन जाएंगी।
इस कार्यक्रम में सहकारिता राज्यमंत्री बी.एल. वर्मा, सहकारिता सचिव ज्ञानेश कुमार, उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह, वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल, एनडीडीबी के अध्यक्ष एवं एनसीओएल प्रमुख मिनेश सी शाह और एफएसएसएआई के सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) जी कमला वर्धन राव उपस्थित थे।
एनसीओएल उन तीन नई सहकारी समितियों में से एक है जिसे सरकार ने हाल ही में स्थापित किया है। अन्य दो सहकारी समितियां प्रमाणित बीज और निर्यात के क्षेत्र में काम करती हैं। देशभर में 7.89 करोड़ सहकारी समितियां हैं।
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