नरेंद्र मोदी ने फिर सार्वजनिक झूठ बोलकर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को गिराया: कांग्रेस

नरेंद्र मोदी ने फिर सार्वजनिक झूठ बोलकर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को गिराया: कांग्रेस

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कांकेर में आज दिए व्यक्तव्य पर कड़ा जवाब देते हुए कहा हैं कि एक बार फिर उन्होने सार्वजनिक रूप से झूठ बोलकर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को गिराया हैं।

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प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में प्रेस कान्फ्रेंस कर दावा किया कि मोदी छत्तीसगढ़ में अभी तक की कुल पांच जनसभाओं में 139 बार झूठ बोल चुके है, और अब छत्तीसगढ़ के लोग प्रधानमंत्री की बातों को गंभीरता से लेना बंद कर चुके है।

उन्होने कहा कि मोदी ने अपने भाषण में सिर्फ झूठ और झूठ ही बोला। जिस राज्य में उनकी पार्टी की सरकार बनने की कोई संभावना नहीं वहां पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण में लोगों को आमंत्रित करना इस बात का प्रमाण है कि प्रधानमंत्री मुंगेरी लाल के सपने भी देखते है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री ने सफेद झूठ बोला कि धान खरीद केंद्र सरकार करती है।

मोदी बतायें यदि धान खरीदी केंद्र करती है तो धान खरीदी के लिये कितने का बजट प्रावधान किया था? कितना पैसा कब किसानों के खाते में डाला? किस संस्था के माध्यम से केंद्र ने धान खरीदा? बड़े शर्म का विषय है कि देश का प्रधानमंत्री झूठ बोलता है। धान खरीद छत्तीसगढ़ सरकार अपने दम पर करती है। केंद्र का इसमें कोई योगदान नहीं है। प्रधानमंत्री बतायें देश के किन भाजपा शासित राज्यों में केंद्र सरकार धान खरीदती है?

शुक्ला ने कहा कि यूपी, गुजरात, मध्य प्रदेश में धान 1200 रू. से 1400 रू. में क्यों बिकता है? प्रधानमंत्री धान नहीं खरीदते धान खरीदने पर भूपेश सरकार को धमकाते है। छत्तीसगढ़ में धान खरीद रोकने भाजपा चुनाव आयोग में शिकायत करती है। केंद्र सरकार राज्य में 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीद नही करे इसलिये चावल लेने का केंद्रीय कोटा घटाकर 86 से 61 लाख मीट्रिक टन करते है।

फिर भी धान खरीद का दावा करते है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह नहीं बताया कि नगरनार के विनिवेशीकरण की प्रक्रिया को बंद क्यों नहीं कर रहे ? नगरनार को नहीं बेचने का आदेश कहां पर है ? चुनाव के बाद नगरनार का मालिक अडानी बनेगा,यह प्रधानमंत्री ने सुनिश्चित किया है। दीपम की साइड में आज भी नगरनार इस्पात संयंत्र का नाम विनिवेशीकरण वाले संयंत्रों की सूची में है।

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