भीमताल: इस वर्ष चाय बागान को 40 लाख की आमदनी होने की उम्मीद

राकेश सनवाल, भीमताल, अमृत विचार। भीमताल घोड़ाखाल चाय बागान और इससे संबद्ध अन्य चाय बगान में इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा दोगुना उत्पादन हुआ है। चाय बागान के अधिकारियों के मुताबिक इस बार 41 हजार किलोग्राम चाय का उत्पादन हुआ है। जो कि पिछले साल के उत्पादन से दोगुना है पिछले साल चाय का उत्पादन बीस हजार आठ सौ किलोग्राम हुआ था।
मालूम हो कि नैनीताल जनपद में रामगढ़, बेतालघाट, और धारी में 202 हेक्टेयर में ब्लैक ऑर्थोडॉक्स चाय जो की जैविक चाय है का उत्पादन होता है। जो कि उत्तराखंड चाय के नाम से बाजार में उपलब्ध है। इतना ही नहीं नैनीताल जनपद में उगने वाली चाय जापान, जर्मनी, कोरिया , ईरान और इराक में भी भेजी जाती है।
वहीं चाय बागान में उत्तराखंड चाय विकास बोर्ड के तत्वधान में एक स्टॉल है जहां पर पर्यटकों को भी यह चाय उपलब्ध होती है। कई पर्यटक इस चाय को बार-बार यहां से मंगाते हैं जिसकी सुविधा भी यहां पर है। चाय बागान में इस उत्पादन को लेकर खुशी का माहौल है मालूम हो कि नैनीताल जनपद के अंतर्गत विकासखंड रामगढ़ के अंतर्गत चाय बागान एक मुख्य पर्यटक स्थलों में भी आता है यहां हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं और चाय बागान का दीदार करते हैं ।
1 नवंबर से खुल जाएगा चाय बागान का कैफे
मुख्य विकास अधिकारी डा0 संदीप तिवारी ने 1 नवंबर से चाय बागान के कैफे को खोलने की निर्देश दिए हैं । इस बार यह कैफे रामगढ़ की स्वयं सहायता समूह सी एलएफ महिला समूह को दिया गया है। इससे न केवल महिलाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा बल्कि पर्यटकों को खासी अच्छी चाय भी उपलब्ध रहेगी ।
इस बार मौसम चाय उत्पादन के अनुकूल होने के कारण खासा उत्पादन हुआ है पिछले वर्ष से दोगुना उत्पादन हुआ है और आमदनी लगभग 40 लख रुपए होने की उम्मीद है
- नवीन पांडे प्रबंधक चाय बागान घोड़ाखाल