पीलीभीत: व्यापारी नेता के घर घुसे संदिग्ध निकले वन विभाग के संविदा कर्मचारी, 24  घंटे बाद भी अधूरी जांच...जानिए मामला 

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Published By Vikas Babu
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पीलीभीत, अमृत विचार। एक दिन पूर्व सरेशाम व्यापारी नेता के मकान में घुसने के बाद पकड़े गए तीनों संदिग्ध वन विभाग के संविदा कर्मचारी बताए गए हैं। घटना को लेकर व्यापारियों में रोष है। वहीं पुलिस दूसरे दिन भी घटना को लेकर तस्वीर पूरी तरह से स्पष्ट नहीं कर सकी है। जिसे लेकर व्यापारियों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।

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घटना शनिवार देर शाम करीब चार बजे की है। मोहल्ला शेख चाँद के निवासी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिला महामंत्री शैली अग्रवाल मोतीराम चौराहा स्थित दुकान पर थे। उधर, घर पर कुछ संदिग्ध घुस गए। पत्नी के विरोध करने पर तीनों भागने लगे। जिन्हें मोहल्ले के लोगों की मदद से पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया था। तीनों उत्तराखंड के खटीमा के रहने वाले बताए गए। दूसरे दिन भी पुलिस की जांच करती रही।

व्यापारी नेता भी घटना को लेकर आक्रोशित दिखे और सख्त कार्रवाई की मांग की। इसे लेकर कोतवाल से भी मुलाकात की गई। इधर, पुलिस की मानें तो आरोपी वन विभाग के संविदा कर्मी है। अब सवाल है कि वह नशे में होने की वजह से गलत घर में घुस गए तो आखिर उन्हें जाना किसके पास था। इसका जवाब पुलिस को नहीं मिल सका है। व्यापार  मंडल जिलाध्यक्ष अनूप अग्रवाल का कहना है कि वह रविवार को कोतवाली गए थे और वार्ता चली।

पुलिस अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सकी है। आखिर कब तक पूछताछ ही चलती रहेगी।  अगर मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई नहीं की गई तो आगे रणनीति तय की जाएगी। उनका कहना था कि पुलिस से उन्हें पता चला है कि युवक कहीं मादक पदार्थ लेने को आए थे। उधर, कोतवाल नरेश त्यागी ने बताया कि पकड़े गए युवक वन विभाग के संविदा कर्मी हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच चल रहीहै। वह मोहल्ले के ही एक अन्य मकान में भी घुस गए थे।

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