जिम्मेदारों... यह देखो चल रही है मिट्टी की खोदाई 

गोपरामऊ, बीकेटी के मंझोरिया, रैथा और भेंसी गांव से आई तस्वीरें

जिम्मेदारों... यह देखो चल रही है मिट्टी की खोदाई 

लखनऊ, अमृत विचार टीम। ये तस्वीरें शहर के अलग-अलग इलाकों की है जहां मिट्टी की खोदाई चल रही है। रातभर निकाली गई मिट्टी को अलग-अलग गाड़ियों से ढोए जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहता है। स्थानीय ग्रामीण भी कहते हैं कि यहां मिट्टी निकाले जाने का काम दिनभर चलता है। लेकिन जिम्मेदार फिलहाल इसे मानने को तैयार नहीं हैं। जिम्मेदारों के ये दावे फिलहाल चित्रों से मेल खाती नहीं दिख रही है। 

WhatsApp Image 2023-09-25 at 6.32.07 PM (3)

अमृत विचार के काकोरी, बीकेटी और मलिहाबाद के क्षेत्रीय प्रतिनिधियों ने अपने-अपने इलाके के गांवों की जांच की तो कई मामले सामने आए। कई जगह के ग्रामीणों ने मिट्टी से खाली होते खेतों को देख तो वीडियो तक साझा किए। इस दौरान सामने आया कि माल ब्लॉक के गोपरामऊ गांव, बीकेटी के मंझोरिया, रैथा और भेंसी गांव में कई जगह पर स्वीकृत पट्टे से अधिक इलाके में मिट्टी की खोदाई चल रही है। इन स्थानों पर गड्ढे में तब्दील होते खेत बताने के लिए काफी हैं कि जिम्मेदार अभी इस ओर गंभीर नहीं हैं। 

कई थाना क्षेत्रों में मिट्टी के खनन का खेल खुलेआम

WhatsApp Image 2023-09-25 at 6.32.07 PM

राजधानी के कई थानाक्षेत्रों में मिट्टी खनन का खेल हो रहा है। इसमें जिम्मेदार महकमों से सांठगांठ कर खनन माफिया सक्रिय हैं। खनन कर मिट्टी के ओवरलोड वाहन रात में सड़कों पर फर्राटा भरते हैं। इनकी तेज रफ्तार के कारण जहां कई लोग हादसे का शिकार होकर अपनी जान भी गवां चुके हैं। बावजूद इसके अब तक कोई ठोस पहल और कार्रवाई अधिकारियों द्वारा नहीं की गई है।

इन स्थानों पर हो रहा मिट्टी खोदाई का काम, लोगों ने वीडियो तक किए साझा 

WhatsApp Image 2023-09-25 at 6.32.06 PM

गजब देखिए बीकेटी के भैंसी गांव में जेसीबी से तालाब के किनारे एक बड़े हिस्से को खोखला कर दिया गया है। यही हाल रैथा गांव का है। यहां भारी मात्रा में मिट्टी निकाल लंबी दूरी तक पूरे खेत को गड्ढे में तब्दील कर दिया गया है। हरियाली तक के नीचे से मिट्टी गायब है। इंटौजा कस्बे में भी जमीन के एक बड़े हिस्से पर मिट्टी निकाले जाने का सिलसिला यथावत बना हुआ है। इसके अलावा बीकेटी के मंझोरिया गांव में भी एक भूमि के बड़े टुकड़े से जमकर खनन किया गया। 

गहरे-गहरे गड्ढे बयां कर रहे मनमानी

WhatsApp Image 2023-09-25 at 6.32.07 PM (1)

ग्रामीण बताते हैं कि मिट्टी खनन का काम चल रहा है। यहां तक तालाब खोदने के लिए मानक तय हैं लेकिन यहां मनमानी साफ दिखती है। औसतन दो मीटर के भीतर ही खोदाई किए जाने की स्वीकृति देते हैं, लेकिन इन इलाकों को देख साफ कहा जा सकता है यहां से भारी मात्रा में मिट्टी गायब होकर खनन कारोबारियों के हाथों पार कर दी गई। 

क्षेत्रीय लोगों की बातचीत

"बख्शी का तालाब तहसील क्षेत्र में मिट्टी का खनन बड़े पैमाने पर हो रहा है, मगर खनन अधिकारी और तहसील प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। गाड़ियां निकलती रहती हैं पुलिस तक कार्रवाई नहीं करती है। कई बार उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के लिए अनुरोध किया गया मगर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए" - राम प्रकाश सिंह, जिलाध्यक्ष, विहिप 

"जिले में अवैध खनन पर रोक के बावजूद खेतों से मिट्टी खोदाई जारी है। खनन माफियाओं ने न केवल खेत बल्कि सरकारी जमीनों को भी खोदकर गहरे गड्ढों में तब्दील कर दिया गया है। अब यह गड्ढे लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं" -मो.अकील खान, प्रदेश अध्यक्ष पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज संगठन 

"बख्शी का तालाब तहसील अंतर्गत दर्जनों गांवों में बेशकीमती जमीनों पर खनन माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर लगातार अवैध ढंग से मिट्टी निकाली जा रही है। वहीं डंपरों की आवाजाही से क्षेत्र की दर्जनों सड़कें नष्ट हो चुकी है" - डा. सत्येंद्र सिंह भौली, बीकेटी

"शाम होते ही क्षेत्र की अधिकांश सड़कों पर मिट्टी लदे डंपरों की आवाजाही शुरू हो जाती है। इससे आए दिन सड़क दुर्घनाएं हो रही हैं और मुख्य सड़कें भी बर्बाद हो गई है। मगर अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते" - वेद रत्न सिंह निवासी रुदही बीकेटी

"थोडे़ से पैसे के लालच में आकर जमीन से मिट्टी नहीं निकाली जानी चाहिए। इससे खेत की उर्वरा शक्ति पर भी प्रभाव पड़ता है। मिट्टी खनन के बाद उस जमीन पर लगे पेड़ भी स्वत: ही गिर जाते हैं" - अनुराग सिंह अनुज बीकेटी निवासी ग्रामीण

इस संबंध में होगी कल बातचीत: खनन अधिकारी

ग्रामीण अंचलों में जारी मिट्टी के खनन के संबंध में जब खनन अधिकारी डीके आर्या से बातचीत करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कहा कि इस संबंध कल बातचीत होगी कहते हुए मोबाइल काट दिया। यही नहीं राजधानी के मुखिया से भी बात की गई तो फोन उठाने वाले ने कहा कि अभी हाकिम व्यस्त हैं। मौका निकालकर बात की जाएगी। कई बार फोन लगाए जाने के बाद भी उत्तर नहीं मिला।

ये भी पढ़ें:- लखनऊ : युवक की मौत पर परिजनों ने शव सड़क पर रखकर किया प्रदर्शन, पुलिस पर लापरवाही का लगाया आरोप