पीलीभीत: पांच हजार की रिश्वत लेकर फंसा लेखपाल, एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा

पीलीभीत/गजरौला, अमृत विचार। किसान से विरासत दर्ज कराने के नाम पर पांच हजार रुपये की रिश्वत लेने में कलीनगर तहसील के लेखपाल केके सागर धर लिए गए। पूर्व में मिली शिकायत पर प्लानिंग के तहत एंटी करप्शन टीम ने पहले किसान से रिश्वत दिलवाई और फिर लेखपाल को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। घंटों गजरौला थाने में रखकर गहनता से पूछताछ की गई। देर शाम टीम लेखपाल को अपने साथ ले गई। कार्रवाई के चलते हड़कंप मचा रहा।
बताते हैं कि ग्रामीण कांता प्रसाद ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी। जिसमें बताया था कि उसकी जमीन की विरासत दर्ज होनी थी। इसे लेकर कई बार तहसील के चक्कर लगा चुके थे। मगर सुविधा शुल्क वसूलने की वजह से उन्हें परेशान किया जा रहा था।
आरोप है कि लेखपाल केके सागर ने उनसे रिश्वत की मांग की थी। एक माह से अधिक समय से वही काम के लिए चक्कर लगा रहे थे। एंटी करप्शन टीम ने मामले को गंभीरता से लिया और फिर शुक्रवार सुबह पूरी रणनीति तय करके कलीनगर पहुंच गई।
टीम ने नोटों पर कैमिकल लगाकर किसान को दिए। इन्हीं नोट को किसान कलीनगर तहसील लेकर पहुंचा। वहां काम कराने के एवज में किसान से लेखपाल ने रुपये वसूल लिए। जिसके बाद पहले से एक्टिव एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को पकड़ लिया।
एंटी करप्शन टीम के हत्थे चढ़ते ही लेखपाल के होश उड़ गए। चेक करने पर लेखपाल के पास से वही नोट बरामद हुए जोकि टीम ने दिए थे। इसके बाद लेखपाल को हिरासत में लेकर टीम गजरौला थाने आ गए। यहां कई घंटे तक गोपनीय तरीके से पूछताछ चलती रही।
बताते हैं कि कुछ सदस्यों ने इस दौरान लेखपाल के आवास पर भी गई थी। शाम को टीम लेखपाल को थाने से अपने साथ ले गई। एंटी करप्शन टीम से मिली तहरीर के आधार पर गजरौला पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई में जुटी रही।
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