सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के स्टार्टअप को निखारेगा IIT Kanpur, विश्वविद्यालय और संस्थान के बीच एमओयू साइन
कानपुर आईआईटी सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के स्टार्टअप को निखारेगा।
कानपुर आईआईटी सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के स्टार्टअप को निखारेगा। विश्वविद्यालय और संस्थान के बीच एमओयू साइन। चिकित्सीय उपकरण बनाने में भी सहयोग किया जाएगा।
कानपुर, अमृत विचार। स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सीय सुविधाओं को बढ़ाने के लिए इटावा की सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी और आईआईटी कानपुर साथ आए हैं। शनिवार को दोनों के बीच एमओयू साइन किया गया। आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के स्टार्टअप को निखारने में मदद करेंगे। इसमें चिकित्सीय उपकरण, दवाओं की खोज, ऑपरेशन प्रणाली, बीमारियों की पड़ताल, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रारंभिक जांचें आदि शामिल हैं।
आईआईटी के स्टार्टअप इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर के इंचार्ज प्रो. अंकुश शर्मा ने बताया कि मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. प्रभात कुमार के साथ एमओयू साइन हुआ है। इसमें वह स्वयं और सेंटर के सीएफओ पीयूष मिश्रा शामिल रहे। करार के अंतर्गत स्वास्थ्य क्षेत्रों में कार्य किया जाएगा। विश्वविद्यालय की ओर से चिकित्सा क्षेत्र में कई तकनीक विकसित की गई हैं।
उन्हें संस्थान के विशेषज्ञों के दिशा निर्देश में बेहतर कार्य करने का मौका मिलेगा। उनके प्रोटोटाइप मॉडलों को उत्पाद और यहां तक की कंपनी बनाने में सहयोग किया जाएगा। विश्वविद्यालय की ओर से सर्जरी, मरीजों को लिफ्ट कराने, दवाओं की खोज आदि पर कार्य किया जा रहा है। संस्थान का पहले ही किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, नारायणा हृदयालय समेत कई अन्य अस्पतालों के साथ करार हो चुका है।
यहां के शोधार्थी सैफई मेडिकल कॉलेज जाएंगे और डॉक्टरों के बीच रहेंगे। उनको वहां नजर आ रही दिक्कतों और समस्याओं को दूर करने के लिए प्रोटोटाइप मॉडल विकसित करेंगे। वहीं दूसरी ओर सैफई मेडिकल कॉलेज के छात्र आईआईटी में आकर अपने नवाचार को आगे ले जा सकेंगे। उन्हें विभिन्न विभागों के विशेषज्ञों की सलाह मिलेगी।