अयोध्या में 1792 स्कूलों में से 800 में नहीं बने दिव्यांगों के लिए शौचालय 

परिषदीय विद्यालयों में कायाकल्प के तहत बनने हैं शौचालय 

अयोध्या में 1792 स्कूलों में से 800 में नहीं बने दिव्यांगों के लिए शौचालय 

अयोध्या, अमृत विचार। जिले के 800  से अधिक परिषदीय विद्यालयों में पांच साल बाद भी दिव्यांग बच्चों के लिए अलग से शौचालय नहीं बनवाए जा सके हैं। जिससे दिव्यांग बच्चों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। 2019 में कायाकल्प योजना के तहत ग्राम पंचायत निधि से दिव्यांग शौचालय बनवाए जाने थे।
   
जिले में 1792 परिषदीय विद्यालय हैं। इन स्कूलों में दिव्यांग बच्चों के लिए शौचालय से लेकर रैंप व अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। ग्राम पंचायतों को मिलने वाली पंचम राज्य वित्त व 15 वें वित्त की धनराशि से वर्ष 2019 से विद्यालयों का कायाकल्प कराया जा रहा है। इस योजना के तहत ही विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों के लिए अलग से शौचालय का निर्माण कराया जाना था। प्रधानों के रुचि न लेने के कारण जिले के 800 से अधिक परिषदीय विद्यालयों में अभी तक दिव्यांग शौचालय का निर्माण नहीं कराया जा सका। प्रधानों का कहना है कि विद्यालय में अतिरिक्त निर्माण के लिए शासन की तरफ से अतिरिक्त धन नहीं मिलता है। ऐसे में निर्माण कराया जाना मुश्किल है।

एक शौचालय निर्माण पर खर्च होते हैं 70 हजार 
दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष डिजाइन वाले शौचालय बनवाए जाने हैं। शासन से एक दिव्यांग शौचालय पर सत्तर हजार रुपये खर्च करने का प्रधानों को निर्देश है, लेकिन इसके लिए प्रधानों को कोई अतिरिक्त धनराशि नहीं दी गई है। जिसके चलते अभी तक सभी स्कूलों में दिव्यांगों के लिए शौचालयों का निर्माण नहीं हो सका है। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने बताया कि प्रयास किया जा रहा है सभी स्कूलों में निर्माण हो जाए। खंड शिक्षा अधिकारियों को तेजी लाने के लिए निर्देश दिया गया है।

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