खान मुबारक ने जेल से दी थी धमकी, कहा था -'आंच आई तो नहीं बचेगी खाकी और खादी'
हरदोई, अमृत विचार। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का शार्प शूटर खान मुबारक के ऊपर दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी से दो-दो हाथ करने की चाहत का दीवानापन ऐसा सवार हुआ कि उसने इसी कसम के साथ जुर्म की दुनिया में कदम रखा कि वह डी-कंपनी को खत्म कर के ही दम लेगा। मुम्बई के काला घोड़ा कांड से सुर्खियों में आने वाले इस शार्प शूटर के हौसले इतने बुलंद हो चुके थे कि उसका जेल से धमकी देने का वीडियो वायरल हुआ था। उस वीडियो में उसने साफ-साफ कहा था कि 'खान मुबारक एक आर्गनाइजेशन का नाम है,अगर उसके ऊपर ज़रा भी आंच आई तो न खाकी बचेगी और न खादी' उसके मुंह से निकली बोली अंडरवर्ल्ड के लिए गोली का काम कर गई। उसके ऐसे तेवरों से अंडरवर्ल्ड के कई लोग अंडरग्राउंड होने के लिए सोचने पर मजबूर हो गए।
पूर्वांचल के बाहुबली और माफियाओं की लम्बी फेहरिस्त में अतीक अहमद,मुख्तार अंसारी, बृजेश सिंह और मुन्ना बजरंगी जैसे नामों के साथ ज़फर सुपारी और खान मुबारक का भी नाम जोड़ा जाता है। साल 2006 में मुम्बई के काला घोड़ा कांड के बाद से खान मुबारक अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का भरोसेमंद साथी बन गया था। उसके बाद से उसने छोटा राजन गैंग के लिए काम तो किया, लेकिन जुर्म की दुनिया में खान मुबारक,खान मुबारक बन गया। शार्प शूटर बन चुके खान मुबारक ने डी-कंपनी को खत्म करने की कसम के साथ जुर्म की दुनिया में कदम रखा था। एक दो नहीं बल्कि 40 संगीन मामलों में शामिल इस शार्प शूटर को पुलिस की फाइल में गैंग नंबर डी-27 का नाम दिया गया था। खान मुबारक के बड़े भाई ज़फर सुपारी की अंडरवर्ल्ड में बादशाहत कायम थी,इस वजह से खान मुबारक की जुर्म की किताब के पन्ने जल्दी-जल्दी भरने लगे थे। डाकघर में डकैती,काला घोड़ा कांड व कैश वैन लूट जैसे कांड को अंजाम तक पहुंचाने वाले खान मुबारक ने ईंट-भट्टा कारोबारी ऐनुद्दीन और बसपा नेता ज़ुरगाब मेंहदी के खून से हाथ रंगने तक का सफर तय करने वाला खान मुबारक खाकी से बेखौफ रहने लगा था। इस शार्प शूटर के हौसले इतने बुलंद हो चुके थे कि उसने जेल में रहते हुए वहां से एक वीडियो भेजा था, जिसमें वह साफ-साफ कहते सुना गया था कि 'खान मुबारक एक आर्गनाइजेशन का नाम है,अगर उसके ऊपर ज़रा भी आंच आई तो न खाकी बचेगी और न खादी बचेंगी'। इसके बाद उसके ऊपर पुलिस का शिकंजा कसा जाने लगा। सरकार ने उसकी करोड़ों की सम्पत्ति भी कुर्क कर ली थी।
बहन बोली- कुछ होना नहीं,तो कुछ कहना नहीं
ज़िला जेल में बंद शार्प शूटर खान मुबारक की मौत की खबर सुन कर उसका शव लेने के लिए सोमवार की रात के दूसरे पहर को हरदोई पहुंची उसकी बहन नाज़नीन अख्तर से पूछा गया कि इस बारे में क्या कहना चाहती है? इस सवाल पर खान मुबारक की बहन कुछ पल के लिए खामोश हो गई,फिर आंखों में आए आंसुओं को पोंछते हुए बस इतना ही बोली कि जब कुछ होना नहीं,तो कुछ कहना भी नहीं। कोतवाली शहर पुलिस ने सारी कागज़ी कार्रवाई को पूरा करने के बाद खान मुबारक का शव उसकी बहन के सुपुर्द कर दिया।
शव को सारी रात लिए बैठे रहे पुलिस के जवान
अंडरवर्ल्ड डॉन के शार्प शूटर खान मुबारक के शव का पोस्टमार्टम सोमवार की शाम को ही हो गया था। अंबेडकर नगर से उसके घर से कोई शव लेने पहुंचेगा,इस लिए वहीं पोस्टमार्टम हाउस की मर्चरी में उसका शव रख दिया गया था और वहां पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। सारी रात गुज़रने के बाद 3:15 बजे उसकी बहन नाज़नीन अख्तर अधिवक्ता बलराम पटेल के साथ पहुंची। इस बीच पुलिस के जवान शव को लिए बैठे रहे। इस दौरान नाज़नीन ने अधिवक्ता बलराम पटेल से कुछ गुफ्तगू भी की, लेकिन इस बारे में कुछ बताया नहीं।
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