Chaitra Navratri 2023 : 'अदम्य शक्ति के बल पर अंसभव कार्य को भी करें संभव'
सत्यता, सौंदर्य और शक्ति के बंद दरवाजे खोलकर हौसलों से आगे बढ़ें महिलाएं : मुक्ता
नमो देव्यै : एमएससी गणित की परीक्षा विशेष योग्यता सहित उत्तीर्ण की, 2021 में पदोन्नत होकर बनीं जीजीआईसी की प्रधानाचार्य
मुरादाबाद, अमृत विचार। शक्ति रूप नारी के पास एक रहस्यमयी चाबी है जो सत्यता, सौंदर्य और शक्ति के बंद दरवाजे खोलकर स्वतंत्रता की ओर ले जाती है। इसका उदाहरण है जीजीआईसी लाइनपार की प्रधानाचार्य डॉ. मुक्ता अग्रवाल। उनका मानना है कि नारी के पास एक ऐसी अदम्य शक्ति है जिसके कारण वह अंसभव कार्य को भी संभव कर देती है।
सहारनपुर जिले में जन्मी मुक्ता अग्रवाल ने गणित विषय में एमएससी की परीक्षा विशेष योग्यता सहित उत्तीर्ण की। 1993 में मुरादाबाद जिले मे विवाह बाद बीएड परीक्षा उत्तीर्ण कर लोक सेवा आयोग से मात्र एक सीट पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज अमरोहा में गणित प्रवक्ता के रूप में नियुक्त हुईं। 2013 में प्रथम पदोन्नति में उन्हें मुरादाबाद में तैनाती मिली तो उनके हौसलों को पंख लग गए। उन्होंने अपने सपनों को साकार करने के लिए श्री वेंकटेश्वरा विश्वविद्यालय से 2019 मे पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। 2021 में दूसरी पदोन्नति पीईएस होने पर उनकी जीजीआईसी लाइनपार में प्रधानाचार्य पद पर हुई।
इसके अलावा वह शिक्षा के क्षेत्र में चलाई जा रही योजनाओं की जनपद स्तरीय नोडल अधिकारी के रूप में भी कार्य कर रही हैं। इतना ही नहीं मिशन शक्ति योजना के तहत बालिकाओं को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने और उनका विद्यालय में दाखिला कराकर सराहनीय कार्य के लिए उन्हें जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमर सिंह व जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. अरूण कुमार दुबे द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के लिए हैं प्रयासरत
डॉ. मुक्ता अग्रवाल कहती है कि उनके प्रयासों से विद्यालय का चयन पीएम श्री योजना में चयन हुआ है। नए शैक्षिक सत्र से अब अंग्रेजी माध्यम से भी शिक्षण कार्य शुरू होगा। जोकि एक बढ़ी उपलब्धि है।
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