काकोरी एक्शन के बाद लोकप्रिय हुए क्रांतिकारी :प्रो. एमपी सिंह
राणा प्रताप पीजी कालेज में आयोजित हुई संगोष्ठी
.jpg)
अमृत विचार, सुल्तानपुर। आजादी के इतिहास में असहयोग आंदोलन के बाद काकोरी एक्शन को एक महत्वपूर्ण घटना के तौर पर देखा जा सकता है। इसके बाद आम जनता अंग्रेजी राज से मुक्ति के लिए क्रांतिकारियों की तरफ और भी ज्यादा उम्मीद से देखने लगी थी।
यह बातें राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य व समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. एमपी सिंह ने कहीं। वह महाविद्यालय के संगोष्ठी कक्ष में संस्कृति मंत्रालय व राणा प्रताप पीजी कालेज के संयुक्त तत्वावधान में स्वतंत्रता आंदोलन का मील पत्थर-काकोरी क्रांति योजना विषय पर आयोजित संगोष्ठी को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे।
विषय प्रवर्तन करते हुए प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो. शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन के बाद देश में क्रांति की ज्वाला और तेज हुई। इस घटना ने स्वतंत्रता आंदोलन में एक नई हलचल पैदा की। अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो. दिनेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि काकोरी क्रांति ने पूरे देश में आजादी की वह ज्वाला फूंकीं थी, जिसके परिणाम स्वरुप 22 साल बाद अंग्रेजी हुकूमत भारत छोड़ने को मजबूर हो गई। संगोष्ठी का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर आईक्यूएसी निदेशक इंद्रमणि कुमार सहित महाविद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे ।