स्कूल में दूध पीने से दो दर्जन छात्राओं की तबीयत बिगड़ी, मचा हड़कंप

स्कूल में दूध पीने से दो दर्जन छात्राओं की तबीयत बिगड़ी, मचा हड़कंप

श्रीगंगानगर। राजस्थान में मुख्यमंत्री बाल गोपाल दूध योजना लागू होने के चौथे दिन ही हनुमानगढ़ टाउन के एक सरकारी विद्यालय में आज दो दर्जन से अधिक बालिकाओं की तबीयत बिगड़ गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार विद्यालय में सुबह प्रार्थना सभा के पश्चात दूध पिलाए जाने के बालिकाओं ने चक्कर आने, गले और पेट में दर्द होने,जी मिचलाने तथा उल्टी होने की शिकायतें की। इससे स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया।

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बीमार बालिकाओं को आनन फानन टाउन के सरकारी अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती करवाया गया। इस घटना का पता चलते ही जिला प्रशासन के अधिकारियों में भी अफरा-तफरी मच गई। कुछ ही क्षण में हनुमानगढ़ जंक्शन में स्थित गंगमूल डेयरी के प्रबंध निदेशक, क्वालिटी कंट्रोल तथा मिल्क पाउडर के पैकेट सप्लाई करने वाले अधिकारी हनुमानगढ़ टाउन के सेठ राधाकृष्ण बिहाणी राजकीय माध्यमिक विद्यालय में पहुंचे। गंगमूल डेयरी की टीम ने बच्चों को पिलाए गए दूध के सैंपल जांच के लिए भरे। 

ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाए गए बच्चे तीसरी से पांचवीं कक्षा के हैं। इनके अभिभावकों को लगभग 3 घंटे बाद सूचना दी गई, जब उपचार के बाद बच्चों की हालत काफी हद तक ठीक हो गई। उधर, ट्रॉमा सेंटर में पहुंची मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (सीबीईओ) सीमा भल्ला ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है।

मिल्क पाउडर, उस से बनाए गए दूध और इस्तेमाल किए गए पानी के सैंपल भरवाए गए हैं। इसकी रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा कि किस वजह से बच्चों की तबीयत बिगड़ी। गौरतलब है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 4 दिन पहले ही प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में छोटे बच्चों में पौष्टिकता, मानसिक तथा शारीरिक विकास के लिए मुख्यमंत्री बाल गोपाल दूध योजना शुरू की है। 

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