बांदा : अवैध ब्लास्टिंग बंद न हुई तो तमाम गांव के लोग होंगे पलायन को मजबूर

जिलाधिकारी की चौखट पर आवाज बुलंद कर ग्रामीणों ने प्रशासन को दी चेतावनी

बांदा : अवैध ब्लास्टिंग बंद न हुई तो तमाम गांव के लोग होंगे पलायन को मजबूर

अमृत विचार, बांदा। गिरवां क्षेत्र में खनन के लिये हो रही अवैध ब्लास्टिंग से प्रकृति के साथ ही फसल और जनजीवन प्रभावित हैं। ब्लास्टिंग के समय रिहायशी इलाके में लोगों की छतों पर पत्थर गिरते हैं। अब तक तमाम जानवरों की मौत हो चुकी है।

डीएम को ज्ञापन सौंपकर क्षेत्रीय जनता ने रोक लगाये जाने की मांग के साथ ही चेतावनी दी है यदि ऐसा न हुआ तो कई गांवों के लोग यहां से पलायन को मजबूर होंगे।  

क्षेत्र की जनता ने एकत्र होकर सामूहिक रूप से अवैध खनन का विरोध आरंभ कर दिया है। मंगलवार को क्षेत्रीय जनता ने इस संबंध में जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर बताया है कि गिरवां क्षेत्र में पहाड़ पर भूतेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर स्थापित है।

पहाड़ों पर हो रही अवैध ब्लास्टिंग के कारण प्राचीन मंदिर को क्षति पहुंच रही है। ब्लास्टिंग का कोई समय भी निर्धारित नहीं है। इसके साथ ही ब्लास्टिंग के चलते आम ग्रामीणों का भी भारी नुकसान हो रहा है।

 ब्लास्टिंग के समय बड़े-बड़े पत्थर रिहायशी इलाके में लोगों की छतों पर आकर गिरते हैं। खनन माफिया ब्लास्टिंग करते-करते मंदिर के एकदम नजदीक पहुंच चुके हैं। यदि रोक न लगाई गई तो प्राचीन मंदिर ढह जायेगी।

जिससे क्षेत्रीय जनता की आस्था को चोट पहुंचेगी। उनका कहना है कि आम जनजीवन के साथ ही पर्यावरण भी खतरे में है। यदि प्रशासन द्वारा जल्द ही प्रभावी रोक न लगाई गई तो आसपास के तमाम गांवों के लोग पलायन को मजबूर होंगे।