Election Commissioner : अरुण गोयल बने देश के नए चुनाव आयुक्त, पदभार किया ग्रहण

Election Commissioner : अरुण गोयल बने देश के नए चुनाव आयुक्त, पदभार किया ग्रहण

गोयल को शनिवार को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था। वह मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय के साथ निर्वाचन आयोग का हिस्सा होंगे।

नई दिल्ली। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी अरुण गोयल ने सोमवार को चुनाव आयुक्त का पदभार संभाल लिया। निर्वाचन आयोग (ईसी) ने यह जानकारी दी। गोयल 1985 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने 18 नवंबर को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। हालांकि, उन्हें 60 वर्ष का होने के बाद 31 दिसंबर 2022 को सेवानिवृत्त होना था। 

गोयल को शनिवार को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था। वह मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय के साथ निर्वाचन आयोग का हिस्सा होंगे। मई 2022 में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के रूप में सुशील चंद्रा की सेवानिवृत्ति के बाद निर्वाचन आयोग में एक पद खाली था। गोयल इससे पहले भारी उद्योग सचिव के पद पर तैनात थे। 

उन्होंने संस्कृति मंत्रालय में भी सेवाएं दी हैं। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में की गई है, जब गुजरात में एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। आने वाले महीनों में नगालैंड, मेघालय, त्रिपुरा और कर्नाटक के लिए चुनाव कार्यक्रम तय करते समय निर्वाचन आयोग के पास उसके सभी तीन सदस्य होंगे। 

गोयल 1985 बैच के पंजाब कैडर के अधिकारी रहे हैं। वह मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय के साथ निर्वाचन आयोग का हिस्सा होंगे। सरकार ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से गोयल की नियुक्ति की जानकारी दी थी।

चुनाव आयुक्त के रूप में उनकी नियुक्ति की घोषणा तब की गई है जब अगले महीने ही गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। गुजरात में 1 दिसंबर से 5 दिसंबर के बीच विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं, इसके नतीजे आठ दिसंबर को घोषित होंगे। 

अरुण गोयल इस जिम्मेदारी संभालने के बाद अगले मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के प्रबल दावेदार होंगे। राजीव कुमार का कार्यकाल फरवरी 2025 तक है। सुशील चंद्र मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से मई में सेवानिवृत्त हुए थे। तब से निर्वाचन आयोग के आयुक्तों में से एक पद खाली था। उनके स्थान पर राजीव कुमार नए मुख्य चुनाव आयुक्त बने।

स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति से पहले तक अरुण गोयल भारी उद्योग सचिव की भूमिका में थे। उन्होंने संस्कृति मंत्रालय में भी काम किया है। गोयल दिसंबर 2027 तक निर्वाचन आयोग में सेवाएं देंगे।

 


 

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