अमृत विचार पड़ताल: अयोध्या में खाद संकट गहराया, मचा हाहाकार, 93 समितियों में से 40 प्रतिशत पर नहीं है डीएपी

अमृत विचार पड़ताल: अयोध्या में खाद संकट गहराया, मचा हाहाकार, 93 समितियों में से 40 प्रतिशत पर नहीं है डीएपी

अमृत विचार, अयोध्या। रबी के सीजन में जिले में खाद का संकट चरम पर है। तमाम आपदाओं को झेल कर बेहाल किसान अब खाद संकट से जूझ रहा है। बताया जाता है कुल 93 सहकारी समितियों में से 40 प्रतिशत से अधिक समितियों पर खाद नहीं है। हालांकि कृषि विभाग का दावा है कि खाद का कहीं भी संकट नहीं है। पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जा रही है। ‘अमृत विचार’ ने खाद संकट को लेकर गुरुवार को पड़ताल कराई तो अधिकतर क्षेत्रों से खाद को लेकर किसानों में मचा हाहाकार सामने आया है।

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अयोध्या :खाद नहीं तो सहकारी समिति मजरूदीनपुर में बंद है ताला

 

अक्टूबर से मार्च तक रबी का सीजन चलता है। इस दौरान किसानों को खाद की आवश्यकता होती है। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी खाद का संकट आया है। पूरे सीजन के लिए जिले में करीब 13 हजार मीट्रिक टन खाद की आवश्यकता होती है। अब तक जिले में 6500 मीट्रिक टन डीएपी और 16 मीट्रिक टन एनपीए उपलब्ध हुई है। ऐसे में खाद संकट तेजी के साथ बढ़ रहा है। जिले के सभी 11 ब्लाकों में 93 साधन सहकारी समितियां हैं। वर्तमान में इन समितियों पर केवल खाद ही नहीं बल्कि बीज की किल्लत भी काफी बढ़ी है। पहले अवर्षण और उसके बाद बेमौसम बरसात की मार झेल चुके किसानों को रबी के सीजन से बड़ी आस है, ऐसे में खाद के संकट ने भी उन्हें बेहाल कर रखा है।

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अयोध्या : मिल्कीपुर की साधन सहकारी समिति बघौड़ा पर पसरा सन्नाटा

 

मिल्कीपुर में 23 केंद्रों पर लटका ताला
मिल्कीपुर प्रतिनिधि के अनुसार तहसील क्षेत्र में साधन सहकारी समितियों पर डीएपी का स्टॉक समाप्त हो गया है। जिम्मेदार कर्मचारी समितियों पर ताला बंद कर लापता हो गए हैं। तहसील क्षेत्र में कुल 23 सहकारी समितियां हैं, लेकिन समितियों पर खाद न होने पर‌ ताले लटक रहे हैं। निजी दुकानों पर डीएपी मौजूद है, लेकिन किसानों का आरोप है कि वे लोग निर्धारित से अधिक मूल्य पर डीएपी दे रहे हैं। देबीदीन, राज कुमार ,बलराम, सत्यनारायण भवानी प्रसाद,बद्री विशाल आदि किसानों का कहना है कि बिना खाद के बुवाई संभव नहीं है। तहसील क्षेत्र के साधन सहकारी समिति देवगांव,बघौड़ा, मिल्कीपुर, अछोरा, अलीपुर खजुरी, घुरेहठा, अमानीगंज, खंडासा, सेमरा, मलेथू बुजुर्ग, कुचेरा समेत अन्य समितियों पर किसानों को डीएपी नहीं मिल रही है। 

निजी दुकानदारों से महंगा खरीद रहे
पूराबाजार प्रतिनिधि के अनुसार विकासखंड अंतर्गत स्थित साधन सहकारी समिति पर खाद और बीज न होने से किसान दर-दर भटक रहे हैं। पुरसाये के किसान अजय तिवारी, खानपुर के किसान शैलेंद्र तिवारी ने बताया कि 1 माह से डीएपी और कई माह से यूरिया खाद नहीं है। साधन सहकारी समिति रसूलाबाद के सचिव दयाशंकर यादव ने बताया कि गोदाम में डीएपी खाद नहीं है। खाद के लिए चेक जमा कर रहे हैं। एडीओ कोआपरेटिव पूरा बाजार संजय सिंह ने बताया कि ब्लॉक में अंजना, रसूलाबाद, पूरा बाजार , दर्शन नगर, भीखापुर  भदौली बुजुर्ग, समेत कुल छह साधन सहकारी समितियां हैं, जिसमें अंजना ऋण सीमा पास न होने के कारण बंद है। भदौली बुजुर्ग 14 वर्षों से बंद पड़ी है। रसूलाबाद पर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। 

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अयोध्या -बंद पड़ी साधन सहकारी समिति अंजना

 

यूरिया है, लेकिन डीएपी नहीं
गोसाईगंज प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्रीय सहकारी समिति पर डीएपी उर्वरक नहीं है। किसान धान की कटाई करने के बाद आलू, मटर, दलहन, तिलहन, के साथ गेंहू व गन्ने की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें उन्हें डीएपी, पोटाश आदि की जरूरत है परंतु उपलब्धता ना होने के कारण बाजारों से अधिक दामों पर खरीदना पड़ रहा है। क्षेत्रीय सहकारी समिति के सचिव रामअशीष वर्मा ने बताया कि मौके पर यूरिया 131 बोरी, नैनो यूरिया 188 बोतल, जिंक 100 पैकेट, एनपीके 30 बोतल व गेंहू के बीज उपलब्ध हैं। प्रयास है कि शुक्रवार की देर शाम तक उपलब्ध हो जाएगी। सचिव रामअशीष वर्मा ने बताया कि इस सहकारी समिति में सबसे बड़ी गोदाम की कमी है। यह समिति पहले एक करोड़ से अधिक का ब्यवसाय करती थी। भवन निर्माण के लिए लिखापढ़ी की गई है।

400 बोरी डीएपी तीन दिन में ही खत्म
बीकापुर प्रतिनिधि के अनुसार विकासखंड क्षेत्र में कुल 8 साधन सहकारी समिति संचालित हैं, जिसमें किसान सेवा सहकारी समिति लिमिटेड बीकापुर के अलावा साधन सहकारी समिति कटारी महावा, खजुरहट, मजरुद्दीन पुर, कोछा, चौरे बाजार, रामपुर भगन और पुहुंपी में साधन सहकारी समिति संचालित हो रही है। अधिकांश साधन सहकारी समितियों पर डीएपी उर्वरक नहीं है। साधन सहकारी समिति मजरुद्दीनपुर के सचिव जगदेव निषाद ने बताया कि समिति पर सिर्फ यूरिया मौजूद है। 400 बोरी डीएपी आई थी। जो 3 दिन में समाप्त हो गई, जिले पर डीएपी का रैक न होने से नहीं मिल पा रही है। साधन सहकारी समिति कटारी महावा पर भी डीएपी उर्वरक ना होने से किसान भटकते नजर आए। यही हाल अन्य समितियों का भी है। कई साधन सहकारी समितियों के सचिव ने बताया कि डिमांड भेजी गई है दो-चार दिन में डीएपी उर्वरक उपलब्ध हो जाएगी।

खाद का संकट नहीं है। रबी सीजन में 13 एमटी की जरूरत होती है। अब तक 8000 एमटी का वितरण हो गया है। आज ही 1500 एमटी की रैक आई है। जिसे शुक्रवार से समितियों को आवंटित किया जायेगा ...ओम प्रकाश मिश्र, जिला कृषि अधिकारी, अयोध्या।