अयोध्या : ठंड बढ़ी तो थम गया डेंगू, जिला अस्पताल के संक्रामक वार्ड में लगा ताला
लगातार घट रहा आंकड़ा, विशेष डेंगू वार्ड में भी केवल दो मरीज

अमृत विचार, अयोध्या। मौसम का मिजाज बदलने से ठंडक ने दस्तक दे दी है। डेंगू के लिए जिम्मेदारी मादा एन्फ्लीज की तादात घटी है, जिससे डेंगू का प्रकोप थमने लगा है। मौसम की कृपा से न केवल आमजन को राहत मिली है, बल्कि संक्रामक रोग के प्रसार को लेकर निशाने पर आए स्वास्थ्य महकमे और नगर निगम को भी राहत मिली है।
सोमवार को जिले में नए मरीजों की तादात जीरो पहुंच गई। वहीं जिला अस्पताल के विशेष संक्रामक डेंगू वार्ड में ताला लग गया तो शासन के फरमान पर फीमेल मेडिकल वार्ड में बनवाया गया अतिरिक्त वार्ड भी लगभग खाली हो गया। वार्ड के बेडों से मच्छरदानी हटा लिए गए हैं।
नगर निगम और प्रशासन की लापरवाही के चलते जिला डेंगू के मामले में पूरे प्रदेश में तीसरे पायदान पर पहुंच गया था। ऐसा भी नहीं कि शासन की ओर से पूर्व में संक्रामक रोगों से बचाव के लिए दिशा-निर्देश नहीं जारी किया गया। शासन के ही फरमान पर दो माह तक संचारी रोग अभियान चला और एक-एक पखवाड़े घर-घर दस्तक दी गई। हालांकि यह सब कागजी कवायद तक सीमित रहा।
डेंगू ने पैर पसारा तो हालात बद से बदतर हो गए। कई लोग डेंगू के प्रकोप से असमय काल-कवलित हो गए। बदइंतजामी को लेकर नगर निगम और स्वास्थ्य महकमा निशाने पर आ गया। हाल यह हुआ कि दौरे पर आए मंत्री को ही नहीं सूबे के मुखिया को भी फरमान जारी करना पड़ा। हालांकि हालात से जूझ रहे शासन-प्रशासन और नगर निगम तथा स्वास्थ्य महकमे को मौसम में बदलाव से राहत मिली है।
डेंगू को लेकर मचा शोर थमने लगा है। ठंड के बढ़ने के साथ बीते तीन दिनों से डेंगू मरीजों के आंकड़े में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही थी, जो सोमवार को जीरो पर पहुंच गई। राहत की सांस लेने के बाद स्वास्थ्य महकमे ने जिला अस्पताल के विशेष डेंगू वार्ड में ताला जड़ दिया। दौरे पर आए मंत्री के निर्देश पर फीमेल मेडिकल वार्ड में बनाए गए अतिरिक्त वार्ड से मच्छरदारी हटा ली गई, यहां अब केवल दो ही मरीज बचे हैं। उधर, नगर निगम का फॉगिंग अभियान ठंडे बस्ते में चला गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए वार्डों में नहीं पहुंचे मरीज
डेंगू मरीजों के उपचार के लिए स्वास्थ्य महकमे की ओर से मंडलीय चिकित्सालय दर्शननगर, जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, श्रीराम चिकित्सायल के साथ देहात क्षेत्र में 100 शैय्या चिकित्सालय कुमारगंज और सभी 11 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष वार्ड बनाए गए थे।
डेंगू के प्रकोप को लेकर गांव से शहर तक खूब हाय तौबा मची। देहात क्षेत्र में भी डेंगू मरीजों का आंकड़ा शहर के मरीजों के आंकड़े से नेक टू नेक दर्ज किया गया लेकिन न तो किसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अथवा 100 शैय्या चिकित्सालय कुमारगंज में कोई डेंगू का मरीज भर्ती हुआ। जिला महिला अस्पताल में बनवाया गया डेंगू वार्ड भी मरीजों के इंतजार में रहा लेकिन वहां भी खाता नहीं खुला।
फैक्ट फाइल
- 620 केस अब तक आए हैं
- 382 केस शहरी क्षेत्र में
- 238 केस ग्रामीण क्षेत्र में
- 22 मरीज अभी भी भर्ती हैं
- 16 अस्पताल उपचार के लिए हैं
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. सीबीएन त्रिपाठी के मुताबिक, पॉजिटिव मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। अस्पताल में पर्याप्त दवा तथा प्लेटलेट्स का स्टॉक है। मरीजों की तादात घटने के चलते विशेष डेंगू वार्ड को बंद किया गया है। अतिरिक्त वार्ड में केवल दो मरीज बचे हैं। मौसम के बदलाव से मच्छरों का प्रकोप थमा है, जिससे डेंगू मरीज घट गए हैं।