NASA: ISRO का सबसे बड़ा और पहला उपग्रहीय मिशन Nisar 2023 में होगा लांच

NASA: ISRO का सबसे बड़ा और पहला उपग्रहीय मिशन Nisar 2023 में होगा लांच

चेन्नई। निसार ऐसा पहला उपग्रहीय मिशन होगा जिसमें राडार डाटा दो माइक्रोवेव बेंडविड्थ रीजन एल बैंड और एस बैंड से एकत्र करने में सक्षम होगा और इसकी मदद से पृथ्वी की सतह पर एक सेंटीमीटर से भी कम दूरी में होने वाले परिवर्तनों को पकड़ा जा सकेगा। निसार में बहुत उम्दा प्रकार की तस्वीरें लेने …

चेन्नई। निसार ऐसा पहला उपग्रहीय मिशन होगा जिसमें राडार डाटा दो माइक्रोवेव बेंडविड्थ रीजन एल बैंड और एस बैंड से एकत्र करने में सक्षम होगा और इसकी मदद से पृथ्वी की सतह पर एक सेंटीमीटर से भी कम दूरी में होने वाले परिवर्तनों को पकड़ा जा सकेगा। निसार में बहुत उम्दा प्रकार की तस्वीरें लेने के लिए एक अत्याधुनिक तकनीक सिंथेटिक अर्पचर रडार (सार) का इस्तेमाल किया गया है। यह रडार बादलों के अंदर और अंधेरे में भी दिन और रात के समय मौसम की वास्तविक तस्वीरें ले सकता है

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) के संयुक्त मिशन (पृथ्वी निगरानी मिशन) नासा-इसरो-सार (निसार) के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। नयी दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में आर्थिक , पर्यावरण, विज्ञान और तकनीकी मामलों के काउंसलर मिनिस्टर ड्रियू शूफेल्तोव्स्की ने भारतीय तकनीकी संस्थान मद्रास (आईआईटी-एम) में शनिवार को दिये व्याख्यान में यह खुलासा किया।

ये भी पढें – Kerala के राज्यपाल का फेसबुक अकाउंट हैक

निसार को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र शार रेंज से 2023 के पहले महीनों में प्रक्षेपित किये जाने की योजना है। शूफेल्तोव्स्की ने कहा “ भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंध पहले से कहीं अधिक अच्छे स्तर पर हैं । मैंने कई क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं देखी।”

तीन वर्षीय यह मिशन प्रत्येक 12 दिनों में पृथ्वी के बदलते पारिस्थितिक तंत्रों, गतिशील सतहों और बर्फ समूहों का अवलोकन करेगा और बायोमास, भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी और भूस्खलन जैसे प्राकृतिक खतरों सहित, समुद्र के स्तर में वृद्धि और भूजल से सम्बंधित जानकारी उपलब्ध कराएगा। यह दोहरी आवृत्तियों का उपयोग करने वाला पहला रडार इमेजिंग उपग्रह होगा। यह उपग्रह, टेनिस कोर्ट के आधे आकार के किसी भी क्षेत्र में ग्रह की सतह से 4 इंच की ऊंचाई पर किसी भी गतिविधि का पता लगाने में सक्षम होगा।

ये भी पढें – पीएम की नीतियों से ठोकरें खाने को मजबूर हैं बेरोजगार: राहुल गांधी