राष्ट्रोदय मेले का समापन : ग्रामोदय शब्द में निहित हैं देश की आवश्यकताएं

राष्ट्रोदय मेले का समापन : ग्रामोदय शब्द में निहित हैं देश की आवश्यकताएं

अमृत विचार, चित्रकूट। भारतरत्न नानाजी देशमुख की जयंती पर दीनदयाल परिसर में लगे चार दिवसीय ग्रामोदय से राष्ट्रोदय मेले का बुधवार को समापन हो गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रहे। उन्होंने इस मौके पर ग्रामोदय शब्द की व्याख्या की। कहा कि इस एक शब्द में भारत की सभी आवश्यकताएं …

अमृत विचार, चित्रकूट। भारतरत्न नानाजी देशमुख की जयंती पर दीनदयाल परिसर में लगे चार दिवसीय ग्रामोदय से राष्ट्रोदय मेले का बुधवार को समापन हो गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रहे। उन्होंने इस मौके पर ग्रामोदय शब्द की व्याख्या की। कहा कि इस एक शब्द में भारत की सभी आवश्यकताएं समाई हैं। उन्होंने केंद्र, उप्र और मप्र की सरकारों को ट्रिपल सरकार बताया और दावा किया कि इस सरकार ने चित्रकूट में अनगिनत विकास कार्य कराए हैं।

उन्होंने इस मौके पर चित्रकूट की महिमा का बखान किया। कहा कि प्रभु श्रीराम ने वनवास के लिए चित्रकूट को क्यों चुना और नाना जी ने इस भूमि को कर्मभूमि क्यों बनाया, इस पर कुछ कहना सूरज को दीपक दिखाना होगा। डिप्टी सीएम ने महिला सशक्तिकरण पर भी जोर दिया। बताया कि प्रदेश में 202 की संख्या में पोषाहार बनाने की फैक्ट्री स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से शुरू की है।

महिलाओं के सशक्तिकरण से परिवार, समाज, प्रदेश एवं राष्ट्र सशक्त होता है। डिप्टी सीएम ने सभी को दीपोत्सव की अग्रिम शुभकामनाएं दीं। केंद्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उपक्रम मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने नानाजी के द्वारा तीर्थक्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों की बड़ाई की। कहा कि आजादी के बाद ग्रामीणो के समग्र विकास की बातें तो होती रहीं लेकिन नानाजी ने दीनदयाल शोध संस्थान के माध्यम से समग्र ग्राम विकास के चिंतन को रचनात्मक रुप दिया।

प्रदेश के जलशक्ति मंत्री रामकेश निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री नानाजी के बताए मार्ग के आधार पर देश को विकास की एक धारा में जोड़ने में सतत् लगे हुए हैं। इस मौके पर दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन, जीतेंद्र लिटोरिया अध्यक्ष मप्र खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, सांसद बांदा आरके सिंह पटेल, सांसद सतना गणेश सिंह, प्रियांक कानूनगो अध्यक्ष राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, डा. विजेंद्र प्रताप सिंह कुलपति नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या, प्रो. भरत मिश्र कुलपति ग्रामोदय विश्वविद्यालय, प्रो. नरेंद्र प्रताप सिंह कुलपति कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बांदा व अतुल जैन प्रधान सचिव डीआरआई आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें:- बांदा: दो दिवसीय गणित-विज्ञान मेले का समापन, मेधावी छात्र-छात्राएं पुरस्कृत