UP के 26 जिलों में PFI सदस्यों के ठिकानों पर रेड, 57 मेंबर डिटेन, टेनी बोले- अभी और छापे पड़ेंगे
लखनऊ। यूपी एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने मंगलवार को बताया कि Popular Front of India (PFI) और उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर कारित हिंसा एवं संगठन के सदस्यों की बढ़ती राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को देखते हुए यूपी जनपदीय पुलिस, STF, ATS ने प्रदेश के 26 जनपदों में PFI के सदस्यों …
लखनऊ। यूपी एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने मंगलवार को बताया कि Popular Front of India (PFI) और उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर कारित हिंसा एवं संगठन के सदस्यों की बढ़ती राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को देखते हुए यूपी जनपदीय पुलिस, STF, ATS ने प्रदेश के 26 जनपदों में PFI के सदस्यों के ठिकानों पर रेड की गई। कुल 57 व्यक्ति हिरासत में लिए गए हैं। इस रेड के बाद मौके पर बरामद विभिन्न प्रकार के अभिलेखों एवं सबूत में संयुक्त रूप से विश्लेषण किया जा रहा है। अभिलेखों एवं सबूतों के आधार पर अंतरिम विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पीएफआई एवं सहयोगी संगठनों के ठिकानों पर जनपदीय पुलिस, एसटीएफ एवं एटीएस द्वारा संयुक्त रूप से 26 जनपदों में कार्यवाही कर 57 व्यक्तियों को हिरासत में लेने के सम्बंध में एडीजी एलओ श्री प्रशांत कुमार की वीडियो बाइट। pic.twitter.com/GoA2fUc6lm
— UP POLICE (@Uppolice) September 27, 2022
PFI के ठिकानों पर छापेमारी पर गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने कहा कि जब जांच हो रही होता है तो ये सतत प्रक्रिया है। जांच में जो-जो आता जाएगा उसी हिसाब से गिरफ़्तारियां और छापे होंगे। जो लोग इस देश में अमन-चैन, देश का विकास नहीं चाहते वो लोग प्रदर्शन भी करते हैं।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि PFI के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में सतर्कता बढ़ा दी गई है। लोग सर्विलांस पर हैं। किसी भी स्थिति में हम प्रदेश में गैर कानूनी गतिविधियों को अनुमति नहीं देंगे। कड़ी कार्रवाई करेंगे।
असम में 25 सदस्य गिरफ्तार
वहीं, असम पुलिस ने बताया कि PFI के 25 कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ़्तार किया गया है। कामरूप ग्रामीण से 5, गोलपाड़ा से 10, करीमगंज से 1, उदलगुड़ी से 1, दरंग से 1, धुबरी से 3, बारपेटा से 2 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि असम में आज 25 PFI सदस्यों को गिरफ़्तार किया गया है। यह अभियान और तेज़ किया जाएगा।
कर्नाटक में शिकंजा
इसके अलावा आलोक कुमार (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था), बेंगलुरू) ने बताया कि आज सुबह 3 बजे से 11 बजे तक कर्नाटक पुलिस ने अलग-अलग ज़िलों में PFI के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। इन लोगों ने समाज में अशांति फैलाने का पहले भी प्रयास किया है और अब भी ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं। 80 लोग हमारी हिरासत में हैं। कुछ और लोगों से पूछताछ चल रही है, पूछताछ के बाद ही निर्णय लिया जाएगा कि इन्हें हिरासत में लिया जाए या छोड़ दिया जाए। इनमें से ज्यादातर या तो PFI के कार्यकर्ता हैं या PFI के ज़िला अध्यक्ष हैं।
दिल्ली-मुंबई समेत 8 राज्यों में PFI के 170 कार्यकर्ता अरेस्ट
बता दें कि NIA और ED ने मंगलवार को PFI के कई ठिकानों पर छापेमारी की। देश के 8 राज्यों से 170 PFI कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया गया है। दिल्ली के शाहीन बाग में NIA ने रेड करके PFI से जुड़े 30 लोगों को हिरासत में लिया है। शाहीन बाग में इस एक्शन के बाद केंद्रीय पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है। टीम ने मोबाइल फोन और अन्य डिवाइस समेत कई दस्तावेज भी अपने कब्जे में लिए हैं। वहीं, जामिया नगर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
महाराष्ट्र से 15, कर्नाटक के कोलार से 6 और असम से 25 PFI कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया है। NIA और 9 राज्यों की ATS एक साथ एक्शन में है। यह PFI पर छापेमारी का दूसरा राउंड है। पहले राउंड में गिरफ्तार कार्यकर्ताओं से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि इनका नेटवर्क पूरे देश में फैल चुका है। इनके मध्य प्रदेश सहित ज्यादातर राज्यों में सिमी से जुड़े होने के भी सबूत मिले।
इसके बाद देशभर की इंटेलिजेंस और सुरक्षा एजेंसियों ने PFI नेटवर्क खंगालने की कवायद शुरू की। 20 राज्यों और 100 से ज्यादा शहरों में इनका सर्विलांस शुरू हुआ। पता चला कि PFI को खाड़ी देशों और बड़े मुस्लिम कारोबारियों से चंदा मिल रहा है।
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