बरेली: सहगल बोले- बजट पूरा है तो काम अधूरा नहीं चाहिए
बरेली,अमृत विचार। इस बार तो समय कम है लेकिन मुझे बहुत जल्द आना है। इसका ध्यान रहे अगर बजट पूरा है तो काम अधूरा नहीं होना चाहिए। जिले के अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए अपर मुख्य सचिव व जिले के नोडल अधिकारी नवनीत सहगल ने कहा कि बरेली स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए चुनी …
बरेली,अमृत विचार। इस बार तो समय कम है लेकिन मुझे बहुत जल्द आना है। इसका ध्यान रहे अगर बजट पूरा है तो काम अधूरा नहीं होना चाहिए। जिले के अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए अपर मुख्य सचिव व जिले के नोडल अधिकारी नवनीत सहगल ने कहा कि बरेली स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए चुनी गई है। यहां पर कोई बहाना नहीं चलेगा, हर हाल में परियोनाओं को पूरा कर लें।
उन्होंने कहा यहां कि सड़कों की हालत बहुत खराब है। सड़कों को सुधारने के लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ काम करें, जब हमें इतनी परेशानी हो रही तो यहां के लोगों को तो रोज आना जाना है। हाईवे का भी हाल खराब है।
अगर कोई जानबूझकर काम में देरी कर रही है तो उसे खिलाफ कार्रवाई होगी। यहां के शासन ने कई पुलों के लिए पैसा दिया है। जिन जगहों पर दिक्कतें आ रही है, उन समस्याओं को निदान कर लिया जाए। उन्होंने रविवार की सुबह जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को साथ विकास कार्यों के बारे में चर्चा की। सभी को अभिभावक की तरह सलाह भी दी और सख्ती भी दिखाई। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों की सूची तैयार कर,प्राथमिकता के आधार पर काम करें।
औद्योगिक क्षेत्र में पौधरोपण के लिए पहुंचे नोडल अधिकारी सहगल ने वाहन से उतरते ही सड़क की जगह पर सिर्फ बजरी पड़ी देखी। अधिकारियों के सामने ही पैर की ठोकर मारते हुए उन्होंने कहा कि सड़क तो बनवा लीजिए। साथ में चल रहे अधिकारी से नोट करने के लिए कहा। बोले- वापस पहुंचकर शासनादेश जारी कर दूंगा।
आइवीआरआइ ओवरब्रिज में लेटलतीफी पर सख्त दिखे
देवरनिया से वापस लौटते हुए आइवीआरआइ ओवरब्रिज के सामने से गुजरते हुए नोडल अधिकारी ने निर्माणाधीन ओवरब्रिज के लिए कहा कि सेतु निगम ने काम पूरा किया, लेकिन अब रेलवे क्या लटका हुए हैं। क्रेन हरियाणा से नहीं आ रही तो कहीं और से मंगवाएं, लेकिन ओवरब्रिज के दोनों हिस्सों को जल्दी जुड़वाएं। पिछले दौरे के वक्त उन्होंने आइवीआरआइ के ओवरब्रिज को पूरा करने के लिए मार्च 2020 की तिथि दी थी। लेकिन लॉकडाउन की वजह से प्रोजेक्ट लेट हो गया है। उन्होंने सीडीओ चंद्र मोहन गर्ग को रेलवे के अधिकारियों से वार्ता करने के लिए दिशा निर्देश दिए।
चौपुला पुल का काम रात की शिफ्ट तेजी लाए
अपर मुख्य सचिव जब चौपुला ओवरब्रिज के पास से गुजरे तो उन्होंने कहा कि ओवरब्रिज के निर्माण जल्दी पूरे करने के लिए यातायात प्रभावित हो रहा है। इससे लोगों को जाम से जूझना पड़ता होगा। रूट डायवर्जन करे, सर्विस रोड को जल्दी काम पूरा कराए। रात की शिफ्ट में काम तेजी से होंगे, इसलिए हर हाल में चौपुला ओवरब्रिज के काम को अलग-अलग शिफ्टों में पूरा कराया जाए।
मेगा फूड पार्क की बिजली की समस्या का निदान करें
बहेड़ी के मेगा फूड पार्क के निरीक्षण के लिए उन्हें जाना था, लेकिन देवरनियां से वापस आने के बाद सर्किट हाउस में उन्होंने बताया कि वहां अब सिर्फ बिजली आपूर्ति की कुछ समस्या बची हैं। आधारभूत संरचना तैयार हो चुकी है। इसलिए अब फूड पार्क बहुत जल्द बरेली को मिल जाएगा। इसमें 22 किमी की दूरी से बिजली आनी है।
औद्योगिक विकास के लिए रबड़ फैक्ट्री और आइटीआर
रबड़ फैक्ट्री और आइटीआर की खाली जमीनों को औद्योगिक विकास के लिए इस्तेमाल करने का सुझाव नोडल अधिकारी डीएम और सीडीओ को दे गए हैं। यहां एमएसएमई को विस्तार देने में प्राथमिकता देनी है। उन्होंने इस समय सभी का जोर होना चाहिए कि अधिक से अधिक रोजगार के अवसर मिले, जिससे सरकार की मंशा साकार हो सके।
लापता हो गए खादी ग्रामोद्योग अफसर
नोडल अधिकारी ने सर्किट हाउस वापस लौटने के बाद खादी ग्रामोद्योग के अधिकारियों के बारे में पूछा, लेकिन वह सभी वापस लौट गए थे। उन्होंने नाराजगी जाहिर की। इसके बाद सभी अफसर दौड़े-दौड़े सर्किट हाउस पहुंचे। नोडल अधिकारी खादी ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बहानेबाजी नहीं चलेगी। जिला उद्योग को अपने दायित्वों के प्रति सजग रहना होगा।
सड़कों के हिचकोला लेते निकले सहगल, नहीं कर पाए निरीक्षण
खादी ग्रामोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल रविवार को पौधरोपण कार्यक्रम के लिए आए थे। उनको वाहन से दिख गया कि शहर की सड़कों को हाल बेहाल है। निर्माणाधीन पुलों तक पहुंचने में पैर भी फिसल सकता है। इसके कारण वें वाहन से ही गुजरते वक्त पूरा खाका तैयार कर लिया कि विकास की गति काफी धीमी है। सड़कों आलम यह रहा कि पौधरोपण करने के बाद गढ्ढा युक्त सड़कों से हिचकोला लेते हाईवे तक की सफर करना पड़ा। कुछ जिम्मेदारों को बरसात के कारण मौके का निरीक्षण न होने से काफी खुश दिख रहे थे।
शनिवार की शाम को पहुंचे अपर मुख्य सचिव ने देर रात में विकास कार्यों का हाल जाना। इसके बाद निरीक्षण को लेकर उन्होंने कहा कि रविवार को निर्माणाधीन कार्यों को देखा जाएगा पर संयोग रहा कि बरसात के कारण चौपुला के पास और सैटेलाइट पुल से गुजरने के बाद भी उन्होंने पुल का मौके पर पहुंचने के बाद भी गहनता से निरीक्षण नहीं किया। इसके साथ ही विकास कार्यों की समीक्षा भी नहीं कर पाए। केवल उन्होंने कुछ जिम्मेदार अधिकारियों के साथ विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया।
देख लो भाई ये तो गलत है
शहर एक रविवार की सुबह सर्किट हाउस पहुंचकर अपर मुख्य सचिव को पत्रक देते हुए रो पड़े। उन्होंने कहा कि एक साल से कार्रवाई के लिए चक्कर काट रहा हूं लेकिन मेरी कोई सुनता नहीं है। यह कहते फरियादी की आंखों में पानी भर आये। इस पर उन्होंने ढांढस बंधाते हुए मौजूद अधिकारियों को कार्रवाई करने का आदेश दिया।
सीएमओ से बोले- कोरोना जांच ठीक से करो
नोडल अधिकारी पौधरोपण के लिए आए थे लेकिन सबसे अधिक जोर उनका कोरोना जांच पर रहा। उन्होंने सुबह की सीएम डा. विनीत शुक्ला को सर्किट हाउस में बुला लिया था। कोरोना जांच अधिक से अधिक करने का निर्देश दिया। पुलिस लाइन में उन्होंने कहा कि जांच जिस तरह हो रही है, उससे काम चलने वाला नहीं है। इसमें तुरंत सुधार करें।