हल्द्वानी: विभागीय जांच के दायरे में आए एसएसपी अल्मोड़ा

हल्द्वानी, अमृत विचार। ऊंची जाति की गीता से प्रेम विवाह करने पर लड़की के पिता व भाई ने प्रेमी जगदीश का बेरहमी से कत्ल कर दिया था। इस मामले में पीड़िता ने पहले ही एसएसपी अल्मोड़ा से जान सलामती की गुहार लगाई थी, लेकिन सुरक्षा नहीं मिली और जगदीश को मौत के घाट उतार दिया गया। …

हल्द्वानी, अमृत विचार। ऊंची जाति की गीता से प्रेम विवाह करने पर लड़की के पिता व भाई ने प्रेमी जगदीश का बेरहमी से कत्ल कर दिया था। इस मामले में पीड़िता ने पहले ही एसएसपी अल्मोड़ा से जान सलामती की गुहार लगाई थी, लेकिन सुरक्षा नहीं मिली और जगदीश को मौत के घाट उतार दिया गया। अब इस मामले में एसएसपी अल्मोड़ा के खिलाफ भी विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।

बता दें कि मामले में गीता की सगी मां भावना, सौतेले पिता जोगा सिंह व सौतेले भाई गोविंद को जगदीश की लाश के साथ गिरफ्तार कर लिया था। गीता से प्रेम विवाह करने वाला सल्ट पनुवाधौखन निवासी जगदीश चंद्र पुत्र केश राम उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी का नेता भी था और पार्टी के टिकट पर दो बार विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका था।

पिता के खिलाफ जा कर गीता ने बीती 21 अगस्त को गैराड़ मंदिर में जगदीश से शादी कर ली थी और 27 अगस्त को गीता ने एसएसपी अल्मोड़ा के कार्यालय में अपनी व जगदीश की जान सलामती की गुहार लगाई, लेकिन सुरक्षा नहीं मिली और बीते गुरुवार एक सितंबर को सौतेला पिता जोगा, भाई गोविंद व मां भावना हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिए गए। जिसके बाद पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हुए।

डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने भी पुलिस की लापरवाही को माना और कहा कि पीड़िता द्वारा अल्मोड़ा एसएसपी कार्यालय में प्रस्तुत किए गए प्रार्थना पत्र की जांच एसआईटी से कराई जा रही है। देखा जा रहा है कि पीड़िता ने एसएसपी के समक्ष प्रस्तुत होकर प्रार्थना पत्र दिया था या फिर कार्यालय में किसी कर्मचारी को। इस मामले में जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

आखिर कैसे कातिल बन गई गीता की मां
इस मामले में गीता की मां ममता की गिरफ्तारी चौंकाने वाली है। एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में गीता ने अपने सौतेले पिता व भाई से जान का खतरा बताया था। जबकि मां ममता के लिए लिखा था वह उनके प्रेम विवाह के पक्ष में हैं और उनकी सहमति के बाद उन्होंने प्रेम विवाह किया था। इसके बाद ममता का जगदीश की लाश के साथ पकड़ा जाना वाकई चौंकाने वाला है।

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