ठाकरे भगवान श्रीकृष्ण की तरह निष्काम कर्मयोगी थे: शिवराज सिंह चौहान

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्व. कुशाभाऊ ठाकरे को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्व. ठाकरे भगवान कृष्ण की तरह निष्काम कर्मयोगी थे। उन्होंने अपने परिश्रम से संगठन को खड़ा किया, कई सरकारें बनवाई, लेकिन कभी स्वयं के लिए कोई पद नहीं चाहा। चौहान ने यह बात आज यहां स्वर्गीय ठाकरे …
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्व. कुशाभाऊ ठाकरे को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्व. ठाकरे भगवान कृष्ण की तरह निष्काम कर्मयोगी थे। उन्होंने अपने परिश्रम से संगठन को खड़ा किया, कई सरकारें बनवाई, लेकिन कभी स्वयं के लिए कोई पद नहीं चाहा। चौहान ने यह बात आज यहां स्वर्गीय ठाकरे की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कही। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एवं संगठन महामंत्री हितानंद ने भी ठाकरे को श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्व. ठाकरे की जयंती पर पूरे मध्यप्रदेश में कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ठाकरे आजीवन एक साधारण कार्यकर्ता की तरह काम करते रहे। उन्होंने आजीवन अविचलित रहकर एक साधक की तरह काम किया। उनके मन पर हार-जीत का भी असर नहीं होता था। 1984 में पार्टी को मिली पराजय के तत्काल बाद स्व. ठाकरे पूरे उत्साह के साथ अपने काम में जुट गए और पार्टी को जो मजबूती दी, वह 1989 के चुनाव में स्पष्ट रूप से दिखायी दी।
चौहान ने कहा कि हमेशा छोटे से छोटे कार्यकर्ता तक की चिंता करने वाले ठाकरे का नेतृत्व अद्भुत था। चौहान ने कहा कि विषम से विषम परिस्थितियों में भी सभी को संतुष्ट करना और सामंजस्य बनाना उनकी विशेषता थी। जो भी कार्यकर्ता अपने जीवन को पार्टी के लिए, देश के लिए श्रेष्ठ बनाना चाहते हैं, वो स्व. ठाकरे के जीवन से प्रेरणा ले सकते हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने स्व. ठाकरे को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने निष्काम कर्मयोगी की तरह कार्य करते हुए श्रेष्ठ कार्यकर्ताओं को तैयार करने का काम किया।
उन्होंने भाजपा संगठन को सर्वस्पर्शी एवं सर्वव्यापी बनाकर नई दिशा ही नहीं दी, बल्कि एक कार्य पद्धति का विकास किया। शर्मा ने कहा कि पार्टी को आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बनाने का विचार सर्वप्रथम ठाकरे ने ही दिया था और आजीवन सहयोग निधि के रूप में पूरे देश में उसे अपनाया जा रहा है। शर्मा ने कहा कि हमने स्व. श्री ठाकरे की जन्मशताब्दी वर्ष को संगठन पर्व के रूप में मनाया और बूथ विस्तारक योजना में पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर वरिष्ठ नेताओं तक ने बूथ को सशक्त बनाने के लिए समय दिया।
इसका प्रभाव हाल ही में हुए पंचायत एवं नगरीय चुनाव के परिणामों पर भी दिखाई दिया। शर्मा ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमें मध्यप्रदेश के उस संगठन में काम करने का अवसर मिला है, जिसे ठाकरे ने अपने परिश्रम से सींचा और आदर्श बनाया है। आज उनकी जयंती पर हम सभी यह संकल्प लेते हैं कि उनके द्वारा गढ़े गए पार्टी संगठन को और आगे बढ़ाएंगे। प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने कहा कि मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि देश में पार्टी संगठन को मजबूत बनाने में स्व. ठाकरे का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
आज पूरे देश में मध्यप्रदेश के पार्टी संगठन को जो आदर मिलता है, उसका श्रेय कुशाभाऊ ठाकरे को ही जाता है। ठाकरे ने अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में शुरू किया और जनसंघ की स्थापना से लेकर जीवन पर्यन्त उन्हें जो जिम्मेदारी मिली उसे निभाते रहे। संघ के प्रचारक के रूप में उनका सादगीपूर्ण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायक है।
इस दौरान प्रदेश शासन के मंत्री विश्वास सारंग, पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष सीमा सिंह जादौन, प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी, महापौर मालती राय, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, विधायक कृष्णा गौर, प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल, राहुल कोठारी, प्रदेश कार्यालय मंत्री डॉ राघवेन्द्र शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता डॉ हितेश वाजपेयी, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया सहित अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने श्री ठाकरे को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
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