क्रॉस वोटिंग करने वाले नेताओं के खिलाफ होगा एक्शन, अखिलेश यादव के दिखे सख्त तेवर

लखनऊ। यूपी में राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की तरफ से जमकर क्रॉस वोटिंग हुई, जिसका सीधा फायदा एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को हुआ हैं। जिसके बाद उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज हासिल की हैं। मगर अब विपक्षी दलों ने क्रॉस वोटिंग करने वाले नेताओं के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया हैं। इस मुद्दे को …
लखनऊ। यूपी में राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की तरफ से जमकर क्रॉस वोटिंग हुई, जिसका सीधा फायदा एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को हुआ हैं। जिसके बाद उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज हासिल की हैं।
मगर अब विपक्षी दलों ने क्रॉस वोटिंग करने वाले नेताओं के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया हैं। इस मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव ने ओमप्रकाश राजभर और चाचा शिवपाल यादव को पत्र लिखा हैं। वहीं अब इस मामले को लेकर बताया जा रहा है कि अखिलेश समाजवादी पार्टी में बड़े एक्शन की तैयारी में हैं।
बता दें कि पार्टी के सूत्रों की माने तो ओम प्रकाश राजभर और शिवपाल यादव से किनारा करने के बाद अब समाजवादी पार्टी की तैयारी क्रॉस वोटिंग करने वाले पांच विधायकों के खिलाफ एक्शन लिया जाएंगा। क्रॉस वोटिंग की चर्चा के बाद इन सभी के खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार 26 जुलाई को अखिलेश यादव पार्टी के सीनियर पदाधिकारियों के साथ एक बैठक करने जा रहे हैं। बता दें कि इस बैठक में राष्ट्रपति चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग को लेकर चर्चा होगी। मगर अभी ये बात साफ नहीं हो पाई है कि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक कौन हैं, लेकिन पार्टी को कुछ नाम पता चले हैं, जिन पर शक है कि शायद इन्हीं विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है।
चुनाव से पहले ही ओम प्रकाश राजभर और शिवपाल ने किनारा कर लिया था। अखिलेश ने दोनों को पत्र में साफ तौर पर लिखा कि उन्हें जहां ज्यादा सम्मान मिले वो वहां जा सकते हैं। विधानसभा चुनाव के बाद से ही अखिलेश यादव और उनके सहयोगी नेताओं के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा था। ओमप्रकाश राजभर लगातार अखिलेश यादव और सपा के खिलाफ बोलने लगे थे साथ ही चाचा शिवपाल यादव के भी रूख बदले नजर आ रहे। जिसके बाद अखिलेश ने ओमप्रकाश राजभर और चाचा शिवपाल यादव से नाता तोड़ लिया था।
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