पीलीभीत: 28 करोड़ के चावल घोटाले में घिरा राइस मिलर्स गिरफ्तार

पीलीभीत/पूरनपुर, अमृत विचार। 28 करोड़ रुपए के चावल घोटाले में फंसे जसवंती राइस मिल मालिक पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। पुलिस ने सवा महीने बाद मिलर्स को 1.46 करोड़ रुपए के चेक बाउंस मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद आधी रात कोतवाली में जब मिलर्स ने हाई वोल्टेज ड्रामा किया तो …
पीलीभीत/पूरनपुर, अमृत विचार। 28 करोड़ रुपए के चावल घोटाले में फंसे जसवंती राइस मिल मालिक पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। पुलिस ने सवा महीने बाद मिलर्स को 1.46 करोड़ रुपए के चेक बाउंस मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद आधी रात कोतवाली में जब मिलर्स ने हाई वोल्टेज ड्रामा किया तो पुलिस ने सीएचसी में इनको भर्ती कराया और बाद भी इन्हें जिला अस्पताल भेज दिया है।
वर्ष 2020-21 की धान खरीद में 28 करोड़ (वर्तमान में 11 करोड़) रुपए का चावल घोटाला लगातार सुर्खियों में है। इस मामले में घोटालेबाज मिलर्स को बचाने वाले आरएमओ बरेली राममूर्ति वर्मा को हाल ही में खाद्य आयुक्त कार्यालय से सम्बद्ध किया गया तो शनिवार को इस कड़ी में कई महीनों से फरार चल रहे जसवंती राइस मिल मालिक तनुज अग्रवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
1.46 लाख रुपए का चेक बाउंस होने के मामले में पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी की है। आरोपी राइस मिलर्स लंबे समय से पुलिस और जिला प्रशासन को चकमा दे रहा था। गिरफ्तारी के हवालात में पहुंचे ही मिलर्स ने स्वास्थ्य खराब होने का हाई वोल्टेज ड्रामा किया तो पुलिस ने पहले तो आधी रात में तनुज को सीएचसी पर इलाज के लिए भर्ती कराया और फिर इनको जिला अस्पताल भेज दिया।
कोतवाली प्रभारी अशोक पाल ने बताया कि 28 अप्रैल को संग्रह अमीन खमरिया पट्टी सुरेश चंद्र ने बिजली की 46 लाख आरसी का चेक जसवंती राइस मिल के मालिक तनुज अग्रवाल पुत्र जगमोहन अग्रवाल से लिया था, जो मिल मालिक ने खाते में पैसे न होने पर भी जानबूझकर दिया था। जो बाद में बाउंस हो गया था। इसकी रिपोर्ट दर्ज की गई थी साथ ही क्षेत्रीय विपणन अधिकारी खाद रसद विभाग राम कैलाश सोनकर ने भी 28 मई को जसवंती राइस मिल के स्वामी पर एक करोड़ चेक बाउंसिंग का आरोप लगाते हुए अभियोग पंजीकृत कराया।
विवेचना के दौरान दोनों मुकदमों में तनुज अग्रवाल पुत्र जगमोहन अग्रवाल पर लगे आरोप सही पाए गए और उन्होंने जानबूझकर दोनों विभागों को जो चेक दिया वह बाउंस हो गए। इसके बाद लंबे समय से पुलिस इनकी तलाश में जुटी थी। देर रात पुलिस ने आरोपी राइस मिलर्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इंस्पेक्टर पूरनपुर ने बताया कि दोनों मुकदमों में जानबूझकर जालसाज कर पुलिस को परेशान करने आदि की धाराएं 467, 468 भी बढ़ाई जा रही हैं।
राइस मिलर्स को जेल, अफसर कर्मचारियों पर मेहरबानी
28 करोड़ के चर्चित चावल घोटाले में जसवंती राइस मिल के एक अन्य पार्टनर कपिल अग्रवाल पहले ही जेल जा चुके हैं। माधोटांडा पुलिस ने इनको बीते माह गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वर्तमान में पूरनपुर की जसवंती और जयगुरु राइस मिलों पर लगभग 11 करोड़ रुपए का सीएमआर आज भी बकाया है जो अफसरों की मेहरबानी से डूबता नजर आ रहा है।
दूसरी ओर इस घोटाले के दौरान जिले में तैनात रहे खाद्य विभाग के तत्कालीन अधिकारी व कर्मचारियों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इन पर कार्रवाई करने के बजाय सभी को मलाईदार जिलों में महत्त्वपूर्ण पदों पर तैनाती दे दी गई है। इस में तत्कालीन जिला खाद्य विपणन अधिकारी अविनाश झा का नाम सबसे ऊपर है जो आजकल चित्रकूट में तैनात हैं।
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