बरेली: सात माह में रेबीज से आठ संक्रमितों की मौत

बरेली: सात माह में रेबीज से आठ संक्रमितों की मौत

बरेली, अमृत विचार। जिले में रेबीज के भी मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वर्ष 2022 में सात माह में रेबीज से आठ लोगों की जान भी जा चुकी है। इनमें पांच देहात और तीन शहरी क्षेत्र के निवासी थे। जून में भी एक मरीज की मौत जिला अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी। जिला अस्पताल में …

बरेली, अमृत विचार। जिले में रेबीज के भी मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वर्ष 2022 में सात माह में रेबीज से आठ लोगों की जान भी जा चुकी है। इनमें पांच देहात और तीन शहरी क्षेत्र के निवासी थे। जून में भी एक मरीज की मौत जिला अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी। जिला अस्पताल में रोजाना 70 से 80 मामले कुत्ते व बंदर के काटने के पहुंच रहे हैं। जिसमें देहात के पांच और तीन मरीज शहरी क्षेत्र के शामिल हैं।

जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. मीसम अब्बास का कहना है कि किसी भी जानवर के काटने पर मिर्च का लेप या झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़कर, डॉक्टर से परामर्श के बाद वैक्सीनेशन करवाना चाहिए, जिससे समय रहते उचित इलाज मिल सके। कुत्ते, बिल्ली या किसी अन्य जानवर के काटने पर बिल्कुल भी लापरवाही न बरतें। अगर हल्का सा भी निशान है तो भी इंजेक्शन जरूर लगवाना चाहिए।

ऐसे करें बचाव
चिकित्सकों के अनुसार किसी भी व्यक्ति को अगर रेबीज पीड़ित जानवर काटे तो सबसे पहले घाव को साबुन और नल के बहते पानी से 10-15 मिनट तक लगातार धोएं। इससे जानवर की लार में पाए जाने वाले वायरस की मात्रा कम हो जाती है। उसके बाद सीधे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाना चाहिए। वहां पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाएं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार वैक्सीनेशन का कोर्स पूरा करें। इसके साथ ही अगर घर में डॉग पालतू है तो उसे भी वैक्सीन लगवाएं।

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