गौतम बुद्ध नगर: कोरोना काल के दौरान बेची गई नाबालिग बहनें, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग की मदद से बधंक से मिला छुटकारा

गौतम बुद्ध नगर: कोरोना काल के दौरान बेची गई नाबालिग बहनें, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग की मदद से बधंक से मिला छुटकारा

गौतम बुद्ध नगर/अमृत विचार। नोएडा में कोरोना महामारी के दौरान बेची गई झारखंड की दो बहनों को नोएडा पुलिस ने बचा लिया है। बाता दें कि कोरोना महामारी के दौरान दो बहनों को झारखंड से बेच दिया गया था। यह दोनों नाबालिग बहनों को पुलिस ने नोएडा में बचा लिया हैं। दोनों लड़कीयों में एक …

गौतम बुद्ध नगर/अमृत विचार। नोएडा में कोरोना महामारी के दौरान बेची गई झारखंड की दो बहनों को नोएडा पुलिस ने बचा लिया है। बाता दें कि कोरोना महामारी के दौरान दो बहनों को झारखंड से बेच दिया गया था। यह दोनों नाबालिग बहनों को पुलिस ने नोएडा में बचा लिया हैं। दोनों लड़कीयों में एक लड़की की उम्र 13 और दूसरी की 12 साल है।

इन दोनों नाबालिग लड़कियों को एक घर में घरेलु काम-काज के लिए लगाया गया था। दोनों झारखंड के गुमला जिले की रहने वाली हैं। इनके गुम होने के बाद गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी लेकिन दोनों का पता नहीं लग पाया था।

बतादें कि पुलिस की माने तो बसंत नाम का एक श्ख्स काम करवाने के नाम पर इन दोनों लड़कियों को नोएडा लेकर आया था। वह बड़ी बहन को अगस्त 2021 और छोटी बहन को जनवरी 2022 में लेकर आया था। नोएडा में ये दोनों सेक्टर 27में स्थित एक घर में घरेलु काम कर रही थीं।

बतादें कि इन दोनों नाबालिग बहनों को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के अधिकारियों की ओर से बचाया गया है। मामले को लेकर जब पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों बहनों को जबरदस्ती बंधक बनाकर रखा गया है और उनसे घरेलु काम करवाए जा रहे हैं। जिसके बाद सुचना के आधार पर पुलिस ने एक्शन लिया और दोनों बहनों को बधंक के चंगुल से निकाला।

जानकारी के मुताबिक एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के इंचार्ज विनोद पंवार के अनुसार जब दोनों बहनों को वहां से निकाला गया तो उन्होंने घर में किसी भी तरह के बुरे बर्ताव को लेकर जानकारी नही दी।

बतादें कि जिस घर में दोनों बहनें काम कर रही थीं, वहां बड़ी बहन को आठ हजार और छोटी बहन को सात हजार रुपये मासिक दिया जा रहा था। मगर लड़कियों के हाथ में कुछ ही रुपये दिए जाते थे। जब दोनों बहनों ने हाल ही अपने घर जाने की इच्छा जताई थी तो मकान मालिक ने उन्हें जाने की इजाजत नहीं दी।

लड़कियों ने बताया कि 2014 में इन लड़कियों के पिता की मृत्यु हो गई थी। और इनकी मां दिल्ली में कहीं काम करती है। इन दोनों बहनों के एक बड़ा भाई और बड़ी बहन भी है, जिनकी शादी हो चुकी है और वे झारखंड में ही रहते हैं। पुलिस के अनुसार इन दोनों बहनों को लेकर झारखंड में ह्यूमन ट्रैफिकिंग के तहत FIR भी दर्ज करवाई गई थी।

दोनों बहनों ने पुलिस को बताया कि वे सातवीं और आठवीं तक पढ़ी हुई हैं लेकिन महामारी के दौरान उनका स्कूल बंद हो गया था, जिसके बाद वे आगे नहीं पढ़ पाईं साथ ही साथ दोनों बहनों को मेडिकल परीक्षण करवाया गया है। दोनों बहनों को बचाने के बाद से पुलिस मामले की जांच में जुट गई हैं।

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