रामपुर: दो हजार रुपये लेन देन के विवाद में हुई थी ट्रक चालक की हत्या

भोट, अमृत विचार। पुलिस ने नामजद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर ट्रक चालक की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया। हत्या की वजह दो हजार रुपये के लेनदेन का विवाद बताया गया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर एक खेत में फेंके गए मृतक के आधार कार्ड, मोबाइल फोन, पैनकार्ड व एटीएम कार्ड …
भोट, अमृत विचार। पुलिस ने नामजद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर ट्रक चालक की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया। हत्या की वजह दो हजार रुपये के लेनदेन का विवाद बताया गया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर एक खेत में फेंके गए मृतक के आधार कार्ड, मोबाइल फोन, पैनकार्ड व एटीएम कार्ड बरामदकर चारों आरोपियों का चालान कर जेल भेज दिया है।
शुक्रवार देर शाम करीब आठ बजे भोट निवासी ट्रक चालक रमेश का शव भोट कस्बे से तालकपुर गांव को जाने वाली सड़क के किनारे पड़ा देख तमाम ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए थे। चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित करने पर परिजनों में कहोराम मच गया था। आक्रोशित परिजनों संग तमाम ग्रामीण रात में ही भोट थाने पहुंच गए थे। युवक की हत्या का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे थे। शनिवार सुबह मृतक के बड़े भाई रोशनलाल की तहरीर पर पुलिस ने गांव निवासी चार आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की थी।
रिपोर्ट दर्ज होते ही पुलिस चारों आरोपियों को तलाश कर रही थी। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि रविवार दोपहर सूचना चारों आरोपियों के थूनापुर चौराहे पर वाहन का इंतजार करने की सूचना पर पुलिस टीम ने कल्लू, सुबहान, हासम व शुऐब को थूनापुर चौराहे के पास से ही गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के अनुसार पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि मृतक रमेश से उधार लिए दो हजार रुपये वापस करने के लिए ही आरोपियों ने फोन कर रमेश को तालबपुर से खौदपुरा जाने वाले रास्ते में बुलाया था।
दो हजार के बीस हजार बताने पर हुआ विवाद
रमेश द्वारा दो हजार रुपये के बजाय बीस हजार रुपये बताने पर दोनों में कहासुनी और धक्का मुक्की होने पर रमेश जमीन पर गिर गया था। उसकी हालत खराब होने के कारण थोड़ी ही देर बाद उसकी मौत हो गई। रमेश के जमीन में गिरते ही अचानक मौत हो जाने पर वह घबरा गए।हत्या के आरोप में फंसने के डर से शव को छिपाने का प्रयास करने लगे। इस दौरान हासम रमेश की मोटरसाइकिल में बैठ गया तथा सुबहान के साथ मिलकर शव को बीच में रखकर धीरे धीरे मोटरसाइकिल से तालकपुर रोड की ओर आने लगे। शुएब व कल्लू भी बाइक के पीछे पीछे तेज कदमों से चलने लगे।
करीब दो किमी दूर भोट तालकपुर रोड में पहुंचने पर रमेश के शव को छुपाने के उद्देश्य से रोड के किनारे फेंक दिया था। तथा मृतक की चप्पल व बाइक भी वहीं पर रख दी।इसके बाद चारों आरोपी मौके से पैदल ही फरार हो गये। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। इसलिए बिसरा सुरक्षित किया गया है। गिरफ्तार किए चारों हत्यारोपियों का चालान कर जेल भेज दिया गया है।