हर भगवान का अलग भोग, जानिए किससे खुश होंगे कौन से भगवान

भगवान की पूजा तभी सम्पूर्ण मानी जाती है, जब पूजा के बाद भोग भी लगाया जाए। रोज की पूजा हो या मांगलिक कार्य भगवान को भोग जरूर चढ़ाया जाता है। अथर्ववेद में भी कहा गया है कि भोजन को हमेशा भगवान को अर्पित करना चाहिए, उसके बाद ही खुद ही ग्रहण करें। माना जाता है …
भगवान की पूजा तभी सम्पूर्ण मानी जाती है, जब पूजा के बाद भोग भी लगाया जाए। रोज की पूजा हो या मांगलिक कार्य भगवान को भोग जरूर चढ़ाया जाता है। अथर्ववेद में भी कहा गया है कि भोजन को हमेशा भगवान को अर्पित करना चाहिए, उसके बाद ही खुद ही ग्रहण करें। माना जाता है कि भगवान को उनकी पसंद का भोग लगाया जाए तो वह प्रसन्न होते हैं। हर भगवान को अलग-अलग प्रकार का भाेग लगाया जाता है क्योंकि हर वस्तु हर भगवान को नहीं चढ़ाई जाती है।
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार भोजन करने से पहले भगवान को भोग लगाये, उसके बाद ही फिर भोजन करें। भोग लगाने का केवल धार्मिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक आधार भी है। अगर आप भोजन को क्रोध, नाराजगी और उतावले पन में करते हैं। नैवेद्य को धातु जैसे- सोने, चांदी या ताम्बे के पात्र, पत्थर, यज्ञीय लकड़ी या मिट्टी के पात्र में चढ़ाना चाहिए. कहते हैं कि चढ़ाया हुआ नैवेद्य एकदम निर्माल्य हो जाता है।
भोग लगाते समय इन बातों का रखें ध्यान
भगवान का भाेग घी में ही बनाना चाहिए। भगवान सात्विक भोजन ग्रहण करते हैं। वहीं तेल-मिर्ची राजसी भोजन में गिना जाता है। जब भी भगवान को भोग लगाएं उनके सामने से प्रसाद को तुरंत ना हटाएं। भगवान को भोग लगाने के पश्चात सभी लोग उनके सामने से कुछ देर के लिए हट जाएं या भगवान के सामने पर्दा डाले दें और थोड़ी देर बाद प्रणाम करते हुए प्रसाद हटा सकते हैं। भगवान को लगाए हुए भोग का हिस्सा निकाल कर गाय को खिलाएं और फिर खुद भी उस प्रसाद को ग्रहण करें।
शिव जी का भाेग
भगवान शिव को भांग और पंचामृत का भोग लगाना, उन्हें प्रसन्न करता है। साथ ही आप उन्हें गुड़, चना और चिरौंजी का भोग भी लगा सकते हैं। भगवान शिव को भोग में भूलकर भी तुलसी का प्रयोग न करें।
लक्ष्मी जी का भोग
देवी लक्ष्मी के भोग में केवल सफेद चीजों का प्रयोग करें। अन्य रंग के भोग मां को प्रसन्न नहीं करते। खीर, सफेद पेड़ा, नारियल आदि उनके भोग में प्रयोग करें।
देवी दुर्गा का भाेग
मां दुर्गा के भोग में केला, नारियल, मीठा हलवा, मालपुए को शामिल करें। उनके भोग में काले चने का प्रयोग करना भी उन्हें प्रसन्न करता है।
हनुमान जी का भोग
हनुमान जी के भोग में लाल चीजें चढ़ानी चाहिए। भगवान के भोग में हमेशा मीठी चीजों का भोग लगाएं। हलुआ, पंचमेवा, गुड़ से बने लड्डू , लाल पेड़ा आदि हनुमान जी को बेहद पसंद है।
गणेश जी का भोग
गणपति जी के भोग में मोदक, लड्डू चढ़ाना चाहिए। उनके भोग में पीली और सफेद चीजों को ही शामिल करना चाहिए। अन्य रंग के भोग भगवान को बहुत पसंद नहीं होते।
विष्णुजी का भोग
भगवान विष्णु जी के भोग में तुलसी जरूर होनी चाहिए। वैसे विष्णुजी को खीर या सूजी के हलवे का भोग लगाना उन्हें प्रसन्न करता है।
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